ईसीएल मुगमा क्षेत्र के कापासारा आउट सोर्सिंग में मजदूरों के छटनी का मामला गरमाया, पूर्व विधायक ने संभाला मोर्चा कहा मजदूरों के साथ अन्याय बर्दास्त नही

मुगमा :- ईसीएल मुगमा क्षेत्र के कापासारा आउट सोर्सिंग से दस मजदूरों को डियूटी से हटाए जाने के मुद्दे पर त्रिपक्षीय वार्ता विफल रही. वार्ता में आउट सोर्सिंग प्रबन्धन, मासस से सम्बद्ध यूनियन बीसीकेयू व पुलिस अधिकारी शामिल थे. बीसीकेयू नेता दस मजदूरों को बिना वजह काम से हटाये जाने का मुद्दा उठाते हुये पुनः वापस लिए जाने की मांग रखी. आउट सोर्सिंग प्रबन्धन के प्रबंधक ने अपनी असमर्थता जताते हुये कहा कि मजदूर को रखना और निकलना उनके अधिकार क्षेत्र में नही है. मैं यूनियन की मांग को कम्पनी के निदेशक के समक्ष रखूंगा. वे क्या निर्णय देते है उस पर निर्भर करता है. वार्ता बिना निर्णय के समाप्त हो गई.  

ज्ञातब्य है कि सोमवार को जब मजदूर काम पर गये तो मालूम हुआ कि कम्पनी दस मजदूरों को काम से बैठ दिया है यह जानकारी होते ही मजदूर बीसीकेयू बैनर तले अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गये और यूनियन का झंडा गाड़ दिया. उनका कहना था कि  निकाले गए मजदूर पुनः काम पर नही लिये जाते वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे.  

सम्पर्क करने पर यूनियन नेता अगम राम ने सिटी लाइव को उक्त जानकारी देते हुये कहा कि कम्पनी प्रबन्धन मनमानी पर उतर आया है, उसकी मनमानी नही चलने दी जाएगी, काम से हटाए गये दस मजदूरों को लेना होगा. उन्होंने कहा कि जोड़ जबरदस्ती कर अपने कुछ लोंगों के साथ आज काम चालू कराने का प्रयास किया था जिसे यूनियन ने विफल कर दिया. तनाव पूर्ण स्थिति को देखते हुये मासस के पूर्ब विधायक अरुप चटर्जी,   एसडीपीओ विजय कुमार कुशवाहा, निरसा अंचलाधिकारी एम एन मंसूरी, निरसा थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर सुभाष सिंह पुलिस बल के साथ पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया. ततपश्चात त्रिपक्षीय बैठक बुलाई गई समाचार लिखे जाने तक   बैठक जारी है अभी तक नतीजा कुछ नही निकला है.   


 पूर्व विधायक श्री चटर्जी ने  सीओ  को आड़े हांथों लेते हुये कहा कि मजदूरों की समस्या, उनकी मजबूरी दिखाई नही पड़ती, इनकी समस्या के समाधान के बदले कम्पनी के हितों की बात करते हैं. उन्होंने कहा कि लॉक डाउन में मजदूरों की हालत बद से बदतर हो गई है. काम से हटाए गए मजदूर को लेना ही होगा. हम उद्योग चलाने के पक्षधर हैं, हर सम्भव स्पोर्ट करेंगे मगर मजदूर के साथ हो रहे अन्याय को कत्तई बर्दास्त नही करेंगें.

दूसरी ओर उत्पादन लक्ष्य में हो रही गिरावट से ईसीएल का मुगमा क्षेत्रीय प्रबन्धन भी आउट सोर्सिंग प्रबन्धन के कथित रवैये से नाराज है.