झारखण्ड में महागठबन्धन की सरकार बनेगी, राज्य के विकास में छत्तीसगढ़ मॉडल अपनाएंगे

धनबाद. झारखण्ड में महागठबन्धन की सरकार बनेगी. सरकार कैसे चलाना है हम बताएंगे. झारखण्ड के विकास के लिए छत्तीसगढ़ मॉडल को अपनाया जाएगा. अबतक के तीन चरणों के चुनाव में महागठबन्धन की स्थिति बेहतर है. चौथे चरण के चुनाव के लिए महागठबन्धन पूरी तरह से तैयार है. उपरोक्त बांते कांग्रेस पार्टी के झारखण्ड प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव ने पत्रकारों को सम्बोधित कर कही. उन्होंने कहा झारखण्ड में पांच साल भाजपा आजसू गठबंधन की सरकार रही. इस सरकार में जनता को केवल निराशा ही हाथ लगा. झारखण्ड में कोई विकास का काम नही हुआ. मूलभत समस्याएं पानी, बिजली, सड़क, शिक्षा, अस्पताल की व्यवस्था पर कोई काम नही हुआ.  

भाजपा सरकार ने सरकारी स्कूलों को बंद कराया : 

उन्होंने कहा भाजपा की यह पहली सत्कार है जिसने स्कूल खोलने के बजाय उसे बंद करने की ओर कदम बढ़ाया.. अबतक छह हजार स्कूल बंद कर चुकी है. यह सरकार की पुनः वापसी पर पांच हजार और स्कूल बंद करेगी. उद्योग, कल कारखाने नही खुले. पूरे देश मे मंदी छाई है. इसका असर धनबाद में भी पड़ा है. यहाँ भी उद्योग चल नही रहे है. रोजगार से जुड़े लोग भी बेरोजगार होते जा रहे है.  

घोषणा पत्र : 

उन्होंने कहा कांग्रेस के घोषणा पत्र में सभी वर्ग की चिंता की गई है. हर घर मे परिवार के एक सदस्य को नॉकरी देंगे. यह नौकरी सरकारी होगी. एक लाख रिक्त पदों को भरा जाएगा. इसे छह माह में पूर्ण करेंगे. इसके अलावे रोजगार से युवाओ को जोड़ने के लिए नए विकल्प तलाशे जाएंगे. जिन घरों को रोजगार नही दे पाएंगे उन्हें बेरोजगारी भत्ता मिलेगा. किसानों को 2 लाख तक का कर माफ किया जाएगा. केसीसी को सरलीकरण करेंगे. खाद, बीज की खरीद पर सब्सिडी दी जाएगी. फसल की सिंचाई हेतु उचित व्यवस्था का लाभ दिए जाएंगे. कामकाजी महिलाओं को सरकारी बसों में मुफ्त आने जाने की सुविधा देंगे. किसानों को आय में ज्यादा मुनाफा देने के लिए उनसे सरकार 2500 प्रति किउंटल की दर से धान खरीदेगी.  

प्रेस वार्ता में प्रवक्ता लाल किशोर नाथ, अजय लाल सहदेव, जिला अध्यक्ष ब्रजेन्द्र सिंह मौजूद थे.