मिशन रोजी- रोटी के अंतर्गत पाठशाला की पहल, शिक्षित बेरोजगार मुर्गा दुकान, भट्टमुरना का शुभारंभ

धनबाद. गरीबों और बेरोजगारों को रोजगार मुहैया कराने के लिए पाठशाला ने अपनी अगली मिशन जिसका नाम मिशन रोजी-रोटी रखा गया है का शुभारंभ किया.

शुरुआत करते हुए  पाठशाला ने अपनी पहली आजीविका स्वावलंबी योजना के अंतर्गत शिक्षित बेरोजगार मुर्गा दुकान, भट्टमुरना की शुरुआत की इसमें चिकन की बिक्री की जाएगी और साथ ही साथ होम डिलीवरी और कैटरिंग के लिए भी आर्डर लिया जाएगा. इस दुकान का संचालन किस्मत ऋषि और गोपाल जी के देखरेख में किशोर भुइया करेंगे.

मिशन रोजी रोटी का एकमात्र उद्देश्य है कि किसी तरह से लोगों को स्वावलंबी बनाया जाए ताकि वह अपने प्रदेश छोड़कर कहीं और कार्य में जाने की जरूरत ना पड़े  l कोरोना महामारी में पाठशाला ने कई तरह के कार्य किए हैं जिसकी सराहना राजकीय उच्च स्तर अधिकारियों से लेकर विभिन्न समाजसेवियों ने भी की है l

पाठशाला के संस्थापक देव वर्मा प्रबंधक बीसीसीएल में कार्यरत हैं साथ ही साथ उन्होंने  बच्चों के लिए निशुल्क पाठशाला भी पिछले 5 सालों से चलाई जिसके लिए उन्हें यूनाइटेड नेशन द्वारा प्रतिष्ठित परमवीर चक्र सम्मान से नवाजा गया है ll

मिशन रोजी-रोटी के अंतर्गत आने वाले 1 महीनों में पाठशाला 100 से अधिक युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए प्रयासरत है l