नई दिल्ली. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की ओर से द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा बैठक में रेपो दरों में लगातार चौथी बार कटौती की है. आंकड़ों की मानें तो इस बार केंद्रीय बैंक की ओर से यह कटौती 0. 35 फीसदी की गई है. इससे पहले आरबीआई 0. 25 फीसदी की कटौती करती आ रही थी. लगातार चार बार की कटौती से रेपो दरें 1. 10 फीसदी नीचे गिर चुकी है. रेपो दरों में कटौती होने से अब लोगों को होम लोन, पर्सनल लोन और बाकी तरह के लोन सस्ती दरों में उपलब्ध होंगे. अब इतनी हाे गयी रेपो और रिवर्स रेपाे दरेंआंकड़ों के अनुसार भारतीय रिजर्व बैंक की इस घोषणा के बाद अब रेपो दरें 5. 40 फीसदी पर आ गई है. वहीं रिवर्स रेपो रेट 5. 15 फीसदी हो गई हैं. वहीं दूसरी ओर आरबीआई की ओर से देश की इकोनॉमिक ग्रोथ के अनुमान को भी कम किया है. आरबीआई ने आर्थिक विकास दर को 7 फीसदी से कम कर 6. 9 फीसदी कर दिया है. आपको बता दें कि इस बार बजट में केंद्र सरकार ने 2024 तक देश की इकोनॉमी को 5 ट्रिलियन डॉलर बनाने का लक्ष्य रखा है. जिसके लिए देश की आर्थिक विकास दर 8 फीसदी के करीब होना जरूरी है. तीन दिनों तक चली थी बैठकरिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकान्त दास की अध्यक्षता में मौद्रिक नीति समिति की बैठक सोमवार 5 अगस्त से शुरू हुई थी. पहले से ही अनुमान लगाया जा रहा था कि नकदी की स्थिति में सुधार के लिए ब्याज दरों में कटौती की जा सकती है. लेकिन सभी 0. 25 फीसदी का अनुमान लगा रहे थे. आरबीआई ने 0. 35 फीसदी की कटौती कर सभी को चौंका दिया. जानकारों की मानें तो केंद्रीय बैक पर आम जनता को राहत देने का भारी दबाव था.