नई दिल्ली: चीन में जारी कोरोना वायरस का कहर और उसके साथ ही विभिन्न एजेंसियों द्वारा मंदी की आशंका ने शेयर बाजार पर असर दिखाना शुरू कर दिया है. शुक्रवार बाजार खुलते ही मात्र कुछ मिनटों में ही निवेशकों के लगभग 5 लाख करोड़ रुपये डूब गए. ओपनिंग के दौरान सेंसेक्स (BSE Sensex) 1136 अंक गिरकर 38,616 पर खुला है. वहीं, निफ्टी 50 इंडेक्स 340 अंक गिरकर 11293 के स्तर पर ट्रेड कर रहा है. निफ्टी के 50 इंडेक्स लाल निशान में ट्रेड कर रहे हैं. निफ्टी 50 का आज एक भी स्टॉक आज हरे निशान में ट्रेड नहीं कर रहा है.
दुनियाभर के बाजारों में बिकवाली का दबाव बढ़ गया है. घरेलू शेयर बाजार में भी कोहराम मचा हुआ है. महज कुछ ही मिनटों में बीएसई के निवेशकों के करीब 5 लाख करोड़ रुपये स्वाहा हो गए. जानकारों का कहना है कि चीन में कोरोना वायरस संक्रमण की वजह पूरे विश्व के बाजार प्रभावित हो रहे हैं.
बड़े खिलाड़ी टीसीएस, आरआईएल, एचडीएफसी और इन्फोसिस के शेयर में 2. 5% से 3. 5% की गिरावट दर्ज की गई है. इसके अलावा बजाज फाइनेंस और टेक महिंद्रा के स्टॉक्स में 4% से 5% तक की गिरावट देखी जा रही है.
बिकवाली के कारण अमेरिकी बाजार में एसएंडपी 4. 4% नीचे गिर गया. यह 2011 के बाद इसकी सबसे बड़ी गिरावट है. इसी तरह, डाउ जोन्स के औद्योगिक औसत में करीब 1,200 अंकों की गिरावट आई है. वहीं, डाउ जोन्स में 1,19095 अंकों की गिरावट देखने को मिली. यह डाउ जोन्स के इतिहास की एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट है. इस सप्ताह डाउ जोन्स में 3,225. 77 अंक करीब 11. 1% की गिरावट आ चुकी है. अंतरराष्ट्रीय रेटिंग कंपनी मूडीज ने हाल ही में दावा किया है कि चीन में कोरोना वायरस की वजह से आर्थिक मंदी आ सकती है. मंदी पर ऐसे ही कई रिपोर्ट्स के कारण निवेशक तेजी से बाजार से अपना पैसा निकाल रहे हैं. लगातार 5 दिनों से बाजार में बिकवाली हावी है. अमेरिका का शेयर मार्केट 2008 के बाद सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है.
बताते चलें कि कोरोना वायरस ने चीन ही नहीं बल्कि दुनिया के कई देशों को अपनी चपेट में ले लिया है. दुनिया भर के बाजारों पर भी इसका असर दिखाई देने लगा है. अब मूडीज (moody´s) ने भी इसे लेकर चेताया है. मूडीज एनॉलिटिक्स ने बुधवार को कहा है कि अगर कोरोना वायरस ने महामारी का रूप ले लिया तो दुनियाभर में आर्थिक मंदी आ सकती है.