बालाघाट. एआईएमआईएम पार्टी ने जिला प्रशासन के नाम ज्ञापन सौंपकर आगामी 19 अक्टूबर को मनाये जाने वाले मुस्लिम धर्मावलंबियों के पवित्र त्यौहार ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर जुलुस निकालने की अनुमति मांगी है. एआईएमआईएम ने बताया कि जुलुस शांतिपूर्ण तरीके से जामा मस्जिद बैहर रोड से निकालकर शहर का गश्त करते हुए जामा मस्जिद पहुंचेगा, जहां इसका समापन किया जायेगा. जिसके लिए प्रशासनिक अनुमति और पुलिस सहयोग मांगा है. एआईएमआईएम का कहना है कि प्रशासन जब हर समाज, हर वर्ग और राजनीतिक रैली की अनुमति को अनुमति दे रहा है तो हमे भी जुलुस निकालने की अनुमति दी जाये.
इस दौरान सामाजिक बंधु अंसार अहमद खान ने कहा कि प्रशासन चाहता है कि ईद मिलादुन्नबी का जुलुस पूर्व की तरह न होकर प्रतिकात्मक हो. जबकि ईद मिलादुन्नबी का पर्व मुस्लिम धर्मावलंबियों का पैगंबर साहब की पैदाईश से जुड़ा पवित्र त्यौहार है, जो सबसे बड़ा त्यौहार होता है, ऐसे में जब प्रशासन राजनीतिक दलों के आयोजन, अन्य सामाजिक संगठनों के धार्मिक कार्यक्रम और आयोजनों को लेकर कोई प्रतिबंध नहीं लगा रहा है तो कैसे ईद मिलादुन्नबी के जुलुस पर रोक लगाई जा रही है, जो प्रशासन का दोहरा व्यवहार है, हम प्रशासन से गुजारिश करने आये है और हम ईद मिलादुन्नबी का जुलुस निकालेगें, यह हमारा मौलिक अधिकार है, उन्होंने कहा कि यह और बात है कि शांति समिति की बैठक में आये लोगों में बोलने का साहस नहीं है अपने अधिकार का लड़ने का साहस नहीं है तो वे नहीं बोल पाये, लेकिन हमारे समाज के वे लोग जो बोलने का साहस रखते है अपने अधिकार के लिए लड़ना जानते है वे आज ईद मिलादुन्नबी के जुलुस की अनुमति लेने आयें है.