जिला चिकित्सालय की एसएनसीयू की एक और उपलब्धि, नवजात शिशुओं की जीवन रक्षा की मिसाल बन रहीं है एसएनसीयू

बालाघाट. जिला चिकित्सालय बालाघाट की नवजात शिशुओं के उपचार की यूनिट एसएनसीयू समय से पहले पैदा होने वाले बच्चों का उपचार कर उनका जीवन बचाने में बहुत अच्छा कार्य कर रही है. बालाघाट के जिला चिकित्सालय की इस आधुनिक यूनिट जैसी अन्य यूनिट आसपास के जिलों में भी नहीं है. इस यूनिट ने आपरेशन से पैदा हुई एक बच्ची का जीवन बचाने में सफलता हासिल की है. सबसे बड़ी बात यह है कि बच्ची के पिता शासकीय अधिकारी होने के कारण प्रायवेट अस्पताल में उपचार कराने में सक्षम थे. लेकिन उन्होंने जिला चिकित्सालय बालाघाट की एसएनसीयू पर भरोसा किया और यह उनके लिए बहुत अच्छा रहा.  

शिशु रोग विशेषज्ञ एवं एसएनसीयू इंचार्ज डॉ. निलय जैन ने बताया कि दिनांक 10 नवंबर को बालाघाट जिले के ड्रग इंस्पेक्टर शरद जैन के यहां निजी नर्सिंग होम में ऑपरेशन द्वारा गंभीर अवस्था में पुत्री हुई थी. जिसका वजन 3 किलोग्राम था एवं जन्म के तुरंत पश्चात बच्ची को  सांस लेने में तकलीफ होने लगी थी. बच्ची के दिल की धड़कन बहुत ज्यादा थी एवं उसकी  छाती की गति भी बहुत ज्यादा थी. वहां पर मौजूद  शिशु रोग विशेषज्ञों द्वारा बच्ची की गंभीर अवस्था को देखते हुये उसे बड़े शहर नागपुर ले जाने की सलाह दी गई. लेकिन ड्रग इंस्पेक्टर शरद जैन ने उसे नागपुर या गोंदिया न ले जाकर एसएनसीयू बालाघाट में ही रखकर इलाज कराने का फैसला लिया एवं बच्ची को डॉ निलय जैन को दिखाकर जिला चिकित्सालय के एसएनसीयू में भर्ती कराया.

डॉ. निलय जैन ने बताया कि लगभग दो दिनों तक बच्ची की हालत गंभीर बनी रही, उसे ऑक्सिजन पर रख गया एवं मुँह से कुछ भी नहीं दिया गया. उसके दिल की धड़कन एवं श्वास की गति कम ज्यादा होने लगी एवं तीसरे दिन से बच्ची की हालत में सुधार होने लगा. तीसरे दिन से बच्ची को नली द्वारा दूध पिलाया जाने लगा एवं चौथे दिन से बच्ची स्वयं ही दूध पीने लगी. पांचवे दिन बच्ची की हालत खतरे से बाहर होने पर उसे ैछब्न् बालाघाट से छुट्टी दे दी गई है.

ड्रग इंस्पेक्टर शरद जैन द्वारा गंभीर  अवस्था में बच्ची को बड़े शहर न ले जाकर बालाघाट ैछब्न् में विश्वास रखकर इलाज कराने का फैसला यहां की व्यवस्थाओं में भरोसा रखना सब लोगों के लिए एक मिसाल बन गई है. जिससे आम लोगों को भो एसएनसीयू बालाघाट में आस्था और बढ़ गई है एवं ड्रग इंस्पेक्टर शरद जैन द्वारा लोगों को ये सन्देश दिया गया है कि ैछब्न् बालघाट में गंभीर रूप से पीड़ित नवजात शिशुओं के इलाज की समुचित व्यस्था है. ड्रग इंसपेक्टर शरद जैन द्वारा सम्पूर्ण एसएनसीयू के स्टाफ के प्रति आभार व्यक्त किया गया है, विशेषकर एसएनसीयू इन्चार्ज डॉ. निलय जैन का जिनके कुशल मार्गदर्शन में उनकी नवजात बच्ची गम्भीर अवस्था से नार्मल अवस्था मे लौट सकी है.


Web Title : ANOTHER ACHIEVEMENT OF THE SNCU OF THE DISTRICT HOSPITAL IS BECOMING AN EXAMPLE OF SURVIVAL OF NEWBORNS.