बालाघाट. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आग्रह पर पद्मविभूषण श्री श्री रविशंकर की प्रेरणा से आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा समूचे मप्र में सभी के लिए निःशुल्क योग प्रशिक्षण अभियान चला रहा है. प्रदेश में लॉकडाउन की वजह से व्यापार, रोजगार भी प्रभावित होने से एक बड़ा वर्ग निराशा के दौर में जी रहा है. साथ ही कोविड महामारी से पीड़ित जनों तथा उनके परिवार का संबल डगमगाया हुआ है. गुरुदेव श्री श्री रविशंकर ने कहा कि वर्तमान परिस्थति किसी युद्ध से कम नहीं है और इससे जीतने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने भीतर के शौर्य को जागृत करने की आवश्यकता है.
इसलिये सभी मानसिक तनाव ग्रस्त व्यक्तियों की मदद के लिये चलाये जा रहे इस अभियान को शौर्य कहा गया है.
प्रदेश में आर्ट ऑफ लिविंग के 400 प्रशिक्षक प्रदेश के अलग-अलग सभी जिलों सहित बालाघाट में एक साथ शौर्य अभियान के संचालन में जुट गए हैं. योग, ध्यान और प्राणायाम का यह अभियान ऑनलाइन होगा. जिसमें हर व्यक्ति शामिल होकर तनाव मुक्त हो सकता है. आर्ट ऑफ लिविंग के योग प्रशिक्षक सुरजीत सिंह ने बताया कि तीन दिवसीय शिविर में इस दौर में बढ़ रही निराशा और भय जैसी भावनाओं को दूर कर मन की स्थिति को दृढ और शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को तीव्र बनाने के साथ-साथ कोविड-19 से जूझ रहे मरीजों के मनोभावों की देखभाल और स्वस्थ होने के बाद उनके मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ पर कार्य होगा. आर्ट ऑफ लिविंग के शिक्षकों एवं स्वयंसेवकों द्वारा इस संबंध मे जनसंपर्क किया जा रहा है.
संकट में अवसर
श्री सुरजीत के अनुसार गुरुदेव ने कहा है कि कोरोना काल में छोटे-बड़े व्यापार या निजी नौकरीपेशा लोग काफी उतार-चढ़ाव से गुजर रहे हैं, जिससे उनके परिवार भी अछूते नहीं हैं. इस कारण लोगों को अपने मन को दुर्बल होने से नियंत्रित करना आवश्यक है. क्योंकि संकट के समय चारों ओर नकारात्मक बातें ही अधिक दिखाई और सुनाई देती हैं, इससे व्यक्ति शीघ्र ही तनाव से घिर जाता है. हमें हर संकट को एक अवसर के रूप में देखना चाहिए. यह समस्या नया सृजन लेकर आई है और इससे निपटने के लिए हमें अपने अंदर छिपे शौर्य को बाहर निकालना चाहिए. यह योग प्रशिक्षण कार्यक्रम यही बताने के लिये है कि हम इन हालातों में अपने आप को कैसे तनाव से दूर रखें और नई ऊर्जा के साथ फिर से सृजन में लगें. लॉकडाउन में घरों में बैठे बहुत से लोग नीरसता और भय से उपजे मानसिक तनाव से जूझ रहे हैं, वे इस तनाव से दूर रहने के लिए योग को एक सरल एवं अच्छे साधन के रूप में अपना सकते हैं. लोगों को योग और प्रणायाम को अपने जीवन में शामिल करना चाहिए तथा कुछ समय ध्यान अवश्य करना चाहिए.
लोगों से बात करनी चाहिए
श्री श्री रविशंकर ने कहा कि कोरोना संकट में हजारों-लाखों लोग परेशान हैं,ऐसे में हमें जरूरतमंद लोगों की अपने-अपने स्तर से मदद जरूर करनी चाहिए. परेशान लोगों से बात करनी चाहिए. उन्हें सांत्वना देनी चाहिए.
सकारात्मक बातों पर ध्यान दें
तनाव के कारण लोगों का मानसिक संतुलन प्रभावित हो रहा है. लोग डिप्रेशन, चिंता, अतिशय भय, अकारण क्रोध जैसी कई मानसिक परेशानियों से ग्रस्त हो रहे हैं. ऐसे में तनाव से बचने के लिए हमें नकारात्मक बातों को त्याग कर सकारात्मक बातों पर ध्यान देना चाहिए. घर के कामों में सहयोग करना चाहिए. घर के सदस्यों को आपस में बात करनी चाहिए और जो काम आप सामान्य दिनों में समय की कमी के चलते नहीं कर पा रहे थे, उन्हें करना चाहिए.