आयुष पद्धति का पोषण के लिए जागरूकता अभियान,आयुष मंत्री कावरे एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग अध्यक्ष बिसेन ने किया शुभारंभ

बालाघाट. कुपोषण को दूर करने और जागरूकता के लिये जिले में भी राष्ट्रीय पोषण माह मनाया जा रहा है. राष्ट्रीय पोषण माह के दूसरे सप्ताह में “पोषण के लिए योग एवं आयुष का उपयोग” थीम के तहत आयुष पद्धति का पोषण के लिये जागरूकता अभियान पर 15 सितम्‍बर को कमला नेहरू महिला मंडल भवन के सभागृह में जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया.  

कार्यक्रम में आयुष मंत्री रामकिशोर कावरे, पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग अध्यक्ष एवं विधायक गौरीशंकर बिसेन, जिला पंचायत सदस्‍य श्रीमती अरूणा गजभिये, महिला बाल विकास की जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती लीना चौधरी, जिला आयुष अधिकारी डॉ. शिवराम साकेत, कृषि विज्ञान केंद्र बड़गांव के डॉ. मुरलीधर इंगले, जनपद सदस्‍य कन्‍हैया चौहान, सहायक संचालक श्रीमती दीपमाला सोलंकी., आयुष विंग जिला चिकित्सालय की डॉ. दीपाली वाकडे, श्रीमती पुष्पा ठाकरे, श्रीमती शशि राउत, पंकज उइके, श्रीमती नेहा दायरे, कु. श्रुति पाचे, पूनम बिसेन उपस्थित थी. कार्यक्रम में शामिल गर्भवती माताओं, स्कूली बच्चों एवं किशोरियों के लिए योग प्रशिक्षक द्वारा योगाभ्यास का प्रशिक्षण दिया गया.

आयुष मंत्री रामकिशोर कावरे ने कहा कि कुपोषण को दूर कैसे करे, इस पर हमें विचार करने की आवश्‍यकता है. मनुष्य को स्वस्थ रहने के लिए व्यवस्थित दिनचर्या के साथ-साथ संतुलित पोषण आहार लेने की आवश्यकता होती है. आयुष विभाग के द्वारा हमें स्वस्थ रहने के लिए विभिन्न प्रकार की जानकारी भी दी जाती है. योग से मनोबल बढ़ता है, जीवन में योग बहुत जरूरी है, योग को लगातार करेंगे तो उसका लाभ हमे मिलता रहेगा. तीनो ऋतु काल में अलग-अलग मौसम में वातावरण के अनुसार हम ढल सकते है. कोरोना की दूसरी लहर में हम सभी डरे हुए थे, योग से हमने कोरोना के डर को भगाया है. अगर हमारा मन खराब तो शरीर खराब होगा. उन्‍होने कहा कि भोजन करने के बाद कार्य भी करना होगा तभी हम स्‍वस्‍थ्‍य रह सकते है. हमें अपनी दिनचर्या पर विशेष ध्‍यान देना होगा. जो व्‍यक्ति सुबह 5. 30 बजे उठ जाता है. वह कभी अस्‍वस्‍थ्‍य नही होता है. स्‍वस्‍थ्‍य रहने के लिये संतुलित भोजन कैसे करना है और सोने का भी प्लान करना चाहिये. जीवन में हमे अपना कार्य स्‍वयं करना चाहिये और अपने कार्य के लिये किसी और पर निर्भर नही रहना चाहिये.

आयोग अध्यक्ष एवं विधायक श्री गौरीशंकर बिसेन ने इस अवसर पर कहा कि सरकार ने माताओं और बच्चों का सम्मान किया है. हर सरकार के काम करने के तरीके अलग-अलग होते हैं. बेटियां बड़ी होकर मां बनकर सृष्टि का निर्माण करती है. हमें सरकारी योजनाओं को धरातल पर लाने की आवश्यकता है, जिससे जनता को इसका सीधे लाभ मिल सके. उन्होंने कहा कि सरकार एक कदम चल रही है तो समाज को दो कदम चलना चाहिए और योजनाओं के क्रियान्वयन में मदद करना चाहिए. ग्रामीण क्षेत्रों में आंगनवाड़ी माताओं बच्चों के लिए एक अघोषित अस्पताल है. स्वास्थ्य के बारे में देखा जाए तो आंगनवाडी ही स्‍वास्‍थ्‍य लाभ का प्रथम केंद्र है. आंगनवाड़ी को सही तरीके से संभाल लिया जाए तो स्वास्थ्य संबंधी बहुत कुछ शिकायतें दूर हो सकती है. गर्भवती माता को अच्‍छा आहार मिले. शिशु के लिए माता का दूध अमृत के समान है, जो शिशु के लिए बहुत लाभकारी होता है. प्रकृति ने सब कुछ हमें दिया है, लेकिन उसका उपयोग हम किस तरह से करें यह पहली प्राथमिकता होना चाहिए. सरकार द्वारा माता के गर्भधारण से शिशु के जन्म तक 16 हजार रुपये की सहायता दी जा रही है जिससे जच्चा-बच्चा दोनो को पर्याप्त पोषण उपलब्ध होगा. जहां स्थान उपलब्ध है. वहां पर नीम के पौधों को अवश्य लगायें, साथ में नीम के पौधे के करीब में गिलोय का पौधा भी लगायें. हमारे लिए यह महत्वपूर्ण औषधि है. जीवन में योग की अति आवश्यकता है योग उतना ही करें जितना हमारा शरीर सह सके. हमें आयुर्वेद की तरफ जाना होगा, हर व्यक्ति को स्वस्थ शरीर के लिए व्यायाम करना बहुत जरूरी है. मन को प्रसन्न रखें, संतुलित आहार लें और तेल का कम उपयोग करें.

कमला नेहरू महिला मंडल सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों द्वारा कन्या पूजन किया गया. कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा आयुष आपके द्वार कार्यक्रम के अंतर्गत माताओं को औषधीय पौधों गिलोय, कालमेघ, अश्वगंधा, तुलसी, ऐलोवेरा, शतावर का वितरण भी किया. आयुष विभाग बालाघाट एवं महिला व बाल विकास विभाग बालाघाट के माध्यम से आयोजित जिला स्तरीय पोषण कार्यक्रम में कुपोषण छोड़ पोषण की ओर थामे, क्षेत्रीय पोषण की डोर के अंतर्गत पोषण के लिए योग एवं आयुष के उपयोग की जानकारी देते हुए पोषण वाटिका के अंतर्गत जीवंत औषधियों की प्रदर्शनी, औषधीय पौधों का वितरण, गर्भवती एवं धात्री महिलाओं के लिए योगाभ्यास कार्यक्रम करवाया गया.


Web Title : AWARENESS CAMPAIGN TO NURTURE AYUSH SYSTEM LAUNCHED BY AYUSH MINISTER KAVRE AND BACKWARD CLASSES WELFARE COMMISSION CHAIRMAN BISSEN