बालाघाट के जंगल में बम खाने से भालू की मौत, वनविभाग की टीम जांच में जुटी, अधिकारी ने कहा जल्द ही आरोपी होंगे गिरफ्तार

बालाघाट. जिले में वन्यप्राणियों की बाहुलता ही उनकी जान की दुश्मन बन गई है. जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र के जंगल में बम खाने से वन्य प्राणी भालू की मौत हो गई. घटना बीते 25 अक्टूबर की रात की बताई जा रही है, जिसकी सूचना 26 अक्टूबर को मिली. जिसे बहुत ही नृशंस तरीके से मारा गया है. जिसके बाद वन अधिकारियों और वन अमले ने भालु का शव बरामद किया. जिसके बाद बैहर और परसवाड़ा के तीन पशु चिकित्सको की टीम से पोस्टमार्टम करवाकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया है. भालू का बिसरा जांच के लिए लैब भेजा गया है.  

जिले के वन परिक्षेत्र लौंगुर के छत्तीसगढ़ सीमा में बसे ग्राम बिजोरा में दोपहर में गश्ती दल ने एक मादा भालू मृत हालत में देखा. जिसका प्रेशर बम खाने से मुंह फट गया था. जिससे उसकी मौत हो गई थी.  आशंका जताई जा रही है कि ग्रामीण जंगली सूअर का शिकार करने के लिए अधिकतर प्रेशर बम का उपयोग करते है. ये लोग जंगल किनारे वाले खेतों में प्रेशर बम रख देते है. जिसको खाने पर जंगली सूअर का मुंह फटने से वे घायल हो जाता है और लोगों को शिकार करने में आसानी हो जाती है. इसी तरह का प्रेशर बम जंगल किनारे ग्राम बिजोरा के समीप राजस्व क्षेत्र मेें विचरण कर रहा मादा भालू ने खा लिया होगा और उसका मुंह फट गया.

वन परिक्षेत्र अधिकारी क्षत्रपाल सिंह जादौन की मानें तो मादा भालू की मौत होने की खबर लगते ही मौके पर डीएफओ अधर गुप्ता, एसडीओ विनिता फुलबेले सहित वनकर्मी मौके पहुंचे थे. उन्होंने बताया कि मादा भालू की प्रेशर बम से मौत के बाद वनकर्मियों की गश्ती और बढ़ा दी गई है. साथ ही बम रखने वालों की तलाश की जा रही है.  डीएफओ अधर गुप्ता ने कहा कि नृशंस तरीके से वन्यप्राणी भालु को मारा गया है. जिसके आरोपियों की हम तलाश कर रहे है, उन्होंने ग्रामीणांे से अपील की कि वे वन्यप्राणी की जानकारी मिलने पर इसकी जानकारी वनविभाग को दे, ना कि उसे नुकसान पहुंचाए.


Web Title : BEAR DIES AFTER EATING BOMB IN BALAGHAT FOREST, FOREST DEPARTMENT TEAM STARTED INVESTIGATION, OFFICER SAID ACCUSED WILL BE ARRESTED SOON