गरीबों की थाली-हो रही खाली, राशन दुकानों से कम राशन मिलने पर आक्रोशित हितग्राही, सेल्समेन ने कहा कम आ रहा है तो कम दे रहे

बालाघाट. गरीबों को उचित मूल्य में सरकार के राशन देने में कोटा ने अड़ंगा पैदा कर दिया है. सेल्समेन का कहना है कि कोटा कम होने से वह कम राशन दे रहा है और एक महिने से राशन का इंतजार कर रहे हितग्राहियों का कहना है कि हमें पूरा राशन दिया जायें. हितग्राहियों की मानें तो कई महिनों से उन्हें कम राशन मिल रहा है. यही नहीं जैसे-तैसे सालों बाद गरीबों की थाली की रोटी के लिए गेंहू प्रदाय किया जाता था लेकिन वह भी अब नहीं मिल रहा है. जिससे जहां गरीबों की थाली, रोटी से खाली थी, वहीं अब कम खाद्यान्न मिलने से खाली होती जा रही है.

उचित मूल्य की दुकान एकोड़ी से एकोड़ी और उमरटोला के ग्रामीणों ने सोसायटी संचालक द्वारा तीन माह से राशन कम दिये जाने और गेंहू नहीं दिये जाने का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने 25 सितंबर को आक्रोश जाहिर किया. एक ओर सरकार द्वारा हर गरीबों को उसकी पात्रतानुसार राशन देने की बात कर रही है, वहीं दूसरी ओर जमीनी स्तर पर गरीबों को उचित मूल्य की दुकान से कम राशन दिया जा रहा है. जिससे हितग्राहियों में शासन, प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की छवि प्रभावित हो रही है.  

निगरानी समिति सदस्य श्री कटरे की मानें तो इस मामले में मेरे द्वारा शिकायत भी की गई है लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई. सोसायटी के हितग्राहियों को कम राशन दिया जा रहा है, जबकि बीते माह दुकान बंद होने से वैसे ही हितग्राहियों को राशन नहीं मिला है, और इस माह भी यदि कटौती की जायेगी तो गरीब क्या खायेगा. यह गरीबों के पेट पर लात मारने जैसा है, हम मांग करते है कि सरकार इस पर ध्यान दे. हितग्राही शिवचरण हट्टेवार का कहना है कि राशन तो कम मिल ही रहा है लेकिन गेंहू भी नहीं मिल पा रहा है और यह समस्या तीन माह से है. जिसकी वह जांच की मांग करते है. महिला लिंबा कावड़े और अनिला बिसेन की मानें तो हमें पूरा राशन चाहिए, अन्यथा हम इस माह का भी कम मिल रहा राशन लेकर नहीं जायेंगे.  दूसरी ओर उचित मूल्य दुकान के सेल्समेन चमनलाल टेकाम की मानें तो आबंटन कम होने से राशन कम दिया जा रहा है. यह गलत है कि 5-5 किलो कम दिया जा रहा है. जैसे ही आबंटन पूरा मिलेगा, सभी को राशन प्रदाय किया जायेगा.

Web Title : BENEFICIARIES ANGRY OVER GETTING LESS RATION FROM RATION SHOPS, SALESMEN SAY LESS IS COMING IF LESS IS COMING THEN GIVING LESS