बिजली विभाग के संविदा और आउसोर्स कर्मचारियों के आंदोलन को मिला कांग्रेस का साथ

बालाघाट. विगत चार दिनों से नियतिमतिकरण और संविलयन की मांग सहित अन्य मांगो को लेकर कार्य बहिष्कार आंदोलन में डटे बिजली विभाग के संविदा और आउटसोर्स कर्मियों के आंदोलन को कांग्रेस ने अपना समर्थन दिया है. 24 जनवरी को कांग्रेस उपाध्यक्ष शेषराम राहंगडाले और शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष श्याम पंजवानी ने पहुंचकर कार्य बहिष्कार आंदोलन कर रहे कर्मियों की जायज मांगो पर सरकार को विचार कर पूर्ण किये जाने की बात कही. साथ ही कहा कि संविदा, आउटसोर्स जैसी प्रथा को बंद कर विभागो में खाली पड़े पदो पर नियमित किया जाये.

इस दौरान उन्होंने आश्वस्त किया कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही संविदा कर्मियों को नियमितिकरणक के साथ ही पुरानी पेंशन को लागु किया जायेगा. वहीं कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश की भाजपा सरकार को कर्मचारी विरोधी सरकार बताते हुए कहा कि भाजपा की सरकारें पूंजीपतियों की सरकार है, जो देश के चुनिंदा उद्योगपतियों को आगे बढ़ाने का काम कर रही है. इस दौरान उन्होंने केन्द्र की सरकार को नरेन्द्र मोदी की सरकार नहीं बल्कि अदानी और अंबानी की सरकार होने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि बिजली कर्मी की जान की कीमत 20 लाख नहीं हो सकती है बल्कि इससे कहीं ज्यादा है, जिसे सरकार को सोचने की आवश्यकता है. वहीं वर्ष 2013 में नियमित करने के वादे को अब तक पूरा नहीं किये जाने पर प्रदेश की भाजपा सरकार को वादो के नाम पर गुमराह करने वाली सरकार निरूपित किया.  गौरतलब हो कि मुख्यालय के संभागीय कार्यालय के बगल में लगताार चार दिनों से संविदा और आउटसोर्स कर्मचारी कार्य बहिष्कार आंदोलन में है. जिसका असर भी अब दिखाई देने लगा है. वहीं अब नियमिति कर्मचारी भी इसमें शामिल होने का मन बना चुके है. जिसके बाद विद्युत व्यवस्था पर खासा असर पड़ सकता है.  


Web Title : CONGRESS EXTENDS SUPPORT TO PROTEST BY CONTRACTUAL AND OUTSOURCED EMPLOYEES OF POWER DEPARTMENT