कांट्रेक्ट किलिंग-दयानंद के रूपए मांगने के दबाव मे मुख्य आरोपी ने कांट्रेक्ट किलरों के साथ मिलकर की हत्या, चार आरोपी गिरफ्तार, दो फरार, एक महिने पहले बनी थी साजिश

बालाघाट. 26 दिसंबर से लापता  चिखला निवासी युवक दयानंद नगपुरे का शव 29 दिसंबर को भरवेली थाना क्षेत्र के रट्टा भानपुर-खुटिया में कार में मिला था. दयानंद हत्याकांड में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में, हत्या को ट्रेस करने जुटी सात टीमो ने सीएसपी वैशालीसिंह कराहलिया के नेतृत्व में 100 सीसीटीव्ही को खंगालने के बाद चार आरोपियो को गिरफ्तार किया है. जिसमें मुख्य आरोपी 19 वर्षीय भार्गव ईश्वरी सिहोरे, मृतक के गांव का ही रहने वाला है, जिसने तीन कांट्रेक्ट किलर निलेश उर्फ जैकी सुलाखे, शंकर नगपुरे और कृष्णा रनगिरे को 3 लाख रूपए में डबल मनी के लिए दबाव बना रहे दयानंद को मारने की सुपारी दी थी. मुख्य आरोपी और कांट्रेक्ट किलर ने मिलकर दयानंद की तार से गला घोंटकर हत्या की और उसके शव को गाड़ी में बंद कर उसका मोबाईल और कार में लगा एंड्राईड प्लेयर, को लेकर घूमते रहे. दयानंद की हत्या के बाद कांट्रेक्ट किलरों ने पुलिस की जांच को प्रभावित करने, लामता क्षेत्र के भोंडवा से पिता को मोबाईल पर कॉल किया और काट दिया. जिसके बाद उन्होंने एंड्राईड स्क्रीन और मोबाईल को जला दिया.  

इन सबका खुलासा, गुरूवार 2 जनवरी को देरशाम 6 बजे पुलिस ने कंट्रोल रूप में किया. यहां पुलिस अधीक्षक नगेन्द्रसिंह, एएसपी विजय डाबर, सीएसपी वैशालीसिंह कराहलिया, भरवेली थाना प्रभारी कमलेश यादव और ग्रामीण थाना प्रभारी सुनील चतुर्वेदी मौजूद थे. पूरी टीम को इस अंधे हत्याकांड को सुलझाने में पुलिस अधीक्षक ने 10 हजार रूपए देने की घोषणा की.  कंट्रोल रूम में पुलिस अधीक्षक नगेन्द्रसिंह ने मामला का खुलासा करते हुए बताया कि 27 दिसंबर को जायलो कार में दयानंद और भार्गव सिहोरे साथ निकले थे. दयानंद को भार्गव ने बताया था कि क्रिप्टो करेंसी का मुनाफा, कोई हमें खुटिया में देने वाला है, जिसके बाद दोनो खुटिया पहुंचे थे. जहां पहले से मौजूद, तीना कांट्रेक्ट किलरों को भार्गव ने दयानंद की गाड़ी में बिठाया और मौका पाकर भार्गव और जैकी ने दयानंद के गले में तार डालकर कस दिया. जिससे दयानंद झटपटाने लगा तो अन्य दो साथी कृष्णा और शंकर ने उसके पैर पकड़े. जिसके बाद दयानंद की शव को गाड़ी के सीट के नीचे डालकर, आरोपी गाड़ी में जंगल के अंदर ले गए और दयानंद का मोबाईल और गाड़ी का एंड्रायड स्क्रीन लेकर तीनो कांट्रेक्ट किलर, मोटर सायकिल से लामता की ओर चले गए. जबकि भार्गव, अपने घर लौट गया. इस मामले में फरार आरोपी हिमांशु बम्बुरे और रितेश माहुले, दयानंद की किलिंग को जानते थे और उन्होने ही कांट्रेक्ट किलर को भार्गव से मिलाया था. आरोपी आरोपी हिमांशु बम्बुरे और रितेश माहुले फरार है.

इस कार्यवाही में भरवेली थाना उपनिरीक्षक जयदीप भदौरिया, आर. कमलेश विश्वकर्मा, प्रआर दीपक, आशीष धुवारे, आर. निलेश, नरेन्द्र, दिनेश लिल्हारे, जीतलाल धामड़े, प्रआर विश्वनाथ बघेल, ग्रामीण थाना सउनि. विनोद ठाकुर, उइके, प्रआर. उमेश हरदे, आर. खिलेन्द्र राहंगडाले, कोतवाली आरक्षक प्रियांस श्रीवास, हेमंत बसेने, प्रदीप पुट्टे, सायबर सेल उनि. आशीष मिश्रा, प्रआर शोभेन्द्र डहरवाल, आर. बलराम यादव, जय भगत, पंकज बिस्ट और प्रआर. आकाश ब्रम्हें की भूमिका रही.


Web Title : CONTRACT KILLING: UNDER PRESSURE TO DEMAND MONEY FROM DAYANAND, THE MAIN ACCUSED MURDERED WITH THE HELP OF CONTRACT KILLERS, FOUR ACCUSED ARRESTED, TWO ABSCONDING