बालाघाट. लांजी नगर परिषद के अविश्वास प्रस्ताव से हटाये गये बसपा पार्षद नंदकिशोर तरारी के बाद नगर परिषद के उपाध्यक्ष का पद रिक्त था. जिसके निर्वाचन के सम्मिलन के लिए कलेक्टर के निर्देश पर 11 जून की तिथि निर्धारित की थी. जिसके तहत आज 11 जून को नगर परिषद के उपाध्यक्ष के लिए निर्वाचन अधिकारी एसडीएम गोविंद दुबे द्वारा सम्मिलन आहुत किया गया था. इस दौरान परिषद के प्रभारी सीएमओ चंद्रकिशोर भंवरे मौजूद थे.
जिनकी मौजूदगी में परिषद के उपाध्यक्ष पद के लिए बुलाये गये सम्मिलन का कांग्रेस के पार्षदों ने बहिष्कार कर दिया. जबकि उपाध्यक्ष पद से हटाये गये बसपा पार्षद नंदकिशोर तरारी भी नहीं पहुंचे. जिससे सम्मिलन में भाजपा के 8 और एक निर्दलीय पार्षद की मौजूदगी में निर्वाचन अधिकारी ने उपाध्यक्ष पद के चुनाव के लिए चुनावी प्रक्रिया को प्रारंभ किया. जिसमें वार्ड क्रमांक 12 से भाजपा के पार्षद उज्जवल श्रीवास्तव द्वारा अपना नामांकन दाखिल किया गया. जिसके विरोध में अन्य किसी प्रत्याशी द्वारा नामांकन दाखिल नहीं किये जाने से निर्धारित समय में निर्वाचन अधिकारी एसडीएम ने पार्षद उज्जवल श्रीवास्तव के निर्विरोध उपाध्यक्ष बनने की घोषणा की.
नगर परिषद के उपाध्यक्ष निर्वाचन का बहिष्कार करने वाले कांग्रेस पार्षदों का मानना था कि नगर की जिस अव्यवस्थित समस्या को लेकर उन्होंने पूर्व में उपाध्यक्ष को लेकर अविश्वास प्रस्ताव में अपनी सहमति दी थी. वह समस्या आज भी यथावत बनी हुई है. जिसके कारण वह उपाध्यक्ष के निर्वाचन का बहिष्कार करते है. गौरतलब हो कि नगर परिषद में बसपा से श्रीमती मीरा नानाजी समरिते अध्यक्ष है, अब भाजपा के पार्षद उज्जवल श्रीवास्तव के नगर परिषद उपाध्यक्ष बनने से नगर परिषद में किस प्रकार सामंजस्य से काम होगा. इस पर सबकी निगाहे है.