दिव्यांगता के बावजूद सामाजिक सेवा में जुटे एन.डी. शर्मा, प्रतिवर्ष देते है 50 हजार रूपये, रेडक्रास सोसायटी को दिया 80 की राशि

बालाघाट. पीड़ित मानवता की सेवा बिना भेदभाव के करते रहने का विचार देने वाले तथा रेडक्रॉस अभियान को जन्म देने वाले महान् मानवता प्रेमी जीन हेनरी डयूनेन्ट का जन्म 8 मई 1828 में हुआ था. उनके जन्म दिवस 8 मई को विश्व रेडक्रॉस दिवस के रूप में पूरे विश्व में मनाया जाता है. उन्होंने समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया और पूरे विश्व के लोगों को मानवतावादी सेवक के रूप में स्थापित करने के लिए प्रेरित किया. इसी मानवतावादी सोच के साथ शरीर से दिव्यांग होने के बावजूद सामाजिक सेवा में सेवानिवृत्त प्राचार्य एन. डी. शर्मा मानव सेवा में जुटे है. भले ही वह शरीर से दिव्यांग हो लेकिन उनकी मानव सेवा हम सबके लिए प्रेरणादायी और नमन करने वाली है.

बालाघाट में सेवाभाव के साथ काम करने वाले सेवानिवृत्त प्राचार्य एन. डी. शर्मा, प्रतिवर्ष अंतर्राष्ट्रीय रेडक्रास दिवस पर 50 हजार रूपये की राशि सहायतार्थ प्रदान करते चले आ रहे है, लेकिन इस बार महामारी की विभिषिका और लगातार प्रभावित होते लोगो के ईलाज को लेकर एक बार फिर श्री शर्मा ने अपनी सेवाभावना का परिचय दिया है. इस बार गत 8 मई अंतर्राष्ट्रीय रेडक्रास दिवस पर रेडक्रास सोसायटी को 80 हजार रूपये की सहायता राशि प्रशासन को प्रदान की है.

रेडक्रास सोसायटी के मैनेजिंग कमेटी सदस्य सुरेश रंगलानी ने बताया कि सेवानिवृत्त एन. डी. शर्मा प्रतिवर्ष अंतर्राष्ट्रीय रेडक्रास दिवस पर रेडक्रास को 50 हजार रूपये की राशि प्रदान करते है. इस बार कोरोना महामारी के चलते उन्होंने 80 हजार रूपये की राशि रेडक्रास सोसायटी अध्यक्ष कलेक्टर दीपक आर्य को पीड़ित मानवता के सेवार्थ भेंट की है. उन्होंने बताया कि गत 8 मई को 80 हजार रूपये का चेक सेवानिवृत्त प्राचार्य एन. डी. शर्मा के साथ कलेक्टर दीपक आर्य से भेंटकर सौंपा है. उन्होंने कहा कि सेवाभावी चेक सेवानिवृत्त प्राचार्य एन. डी. शर्मा भले ही शरीर से दिव्यांग है लेकिन उनकी समाजसेवा की भावना हम सबको प्रेरणा देने वाली और नमन करने वाली है. गौरतलब हो कि कोरोना की पहली लहर के दौरान भी चेक सेवानिवृत्त प्राचार्य एन. डी. शर्मा ने रेडक्रास सोसायटी को सहायतार्थ राशि का चेक प्रदान किया गया था.


Web Title : DESPITE DISABILITY, N.D. SHARMA PAYS RS 50,000 PER ANNUM, 80 RUPEES TO RED CROSS SOCIETY