आयुष मंत्री के जिले में आयुष विभाग के सार्थक ऐप के खिलाफ कर्मचारी, सार्थक एप से उपस्थिति के निर्णय पर हो पुनर्विचार-शिवणकर

बालाघाट. आयुष विभाग द्वारा आयुष विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारियों को अब सार्थक ऐप में उपस्थिति दर्ज करानी होगी, लेकिन आयुष मंत्री के ही जिले में सार्थक एप के खिलाफ अधिकारी और कर्मचारी लामबंद हो गये है. जिन्होंने इसे कर्मचारियों के मान-सम्मान से जोड़ते हुए इस पर पुर्नविचार किये जाने की मांग की है.  16 जनवरी को शासकीय आयुर्वेद होम्यापैथिक कर्मचारी संघ के बैनर तले जिले के आयुष अधिकारी, कर्मचारियों ने आयुष मंत्री रामकिशोर कावरे के नाम जिला प्रशासन और आयुष अधिकारी को ज्ञापन सौंपा.

शासकीय आयुर्वेद औषधालय प्रभारी और आयुष कर्मचारी संघ जिलाध्यक्ष डी. आर. शिवनकर ने बताया कि आयुष विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारियों की सार्थक ऐप के माध्यम से उपस्थिति दर्ज किये जाने के निर्देश दिये गये है, जिससे कर्मचारियों में नाराजगी है. शासन द्वारा लिया गया यह निर्णय अधिकारी, कर्मचारियो के हित में नहीं है. जिसमंे विभिन्न प्रकार की विसंगति के साथ ही यह व्यवहारिक नहीं है. जिससे सार्थक ऐप का अधिकारी, कर्मचारी विरोध दर्ज करते है.  

अध्यक्ष श्री शिवनकर ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के वर्ष 2018 मंे 1 अप्रैल केा ई-अटेंडेंस को लेकर इसे अपमानजनक व्यवस्था कहे जाने के बयान का उल्लेख करते हुए कहा कि यह उन अधिकारी, कर्मचारियों के मान-सम्मान के खिलाफ है, जिन्होंने कोरोना जैसी महामारी जैसी विपरित परिस्थिति में भी घर-घर जाकर सेवायें दी और कार्य किया. इसलिए कर्मचारी ईमानदार है या नहीं, इसका सबूत हमें देने की आवश्यकता नहीं है.   

उन्होंने आयुष विभाग के राज्यमंत्री रामकिशोर कावरे से मांग की कि इस मामले में जारी दिशा निर्देश पर पुनर्विचार किया जायें और अधिकारी, कर्मचारियों के मान-सम्मान को बनाये रखा जाये.  जिले के आयुष विभाग के अधिकारी, कर्मचारियों ने रैली निकालकर आयुष अधिकारी और जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा.


Web Title : EMPLOYEES PROTEST AGAINST AYUSH DEPARTMENTS SARTHAK APP IN AYUSH MINISTERS DISTRICT, RECONSIDER DECISION TO ATTEND THROUGH SARTHAK APP SHIVANKAR