लांजी नगर में लगाई जायें गांधी प्रतिमा, 28 नवंबर को स्व. लक्ष्मण पटेल का उपवास तोड़ने के प्रयोजन से लांजी पहुंचे थे गांधीजी

बालाघाट. दिल्ली से गोंदिया होते हुए कलकत्ता जाने के कार्यक्रम में फेरबदल कर अपने अनुयायी और देशभक्त लक्ष्मण पटेल के 21 दिन निर्जला उपवास के बाद गांधी जी उनका उपवास तुड़वाने यात्रा के दौरान लांजी पहुंचे थे. लांजी में 28 नवंबर 1933 को महात्मा गांधी का आगमन कोई संयोग नहीं बल्कि लक्ष्मण पटेल की प्रबल इच्छाशक्ति पर गांधी जी पहुंचे थे. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के लांजी आगमन के बाद भी लांजी नगर में अब तक उनकी एक भी प्रतिमा नहीं होने से व्यथित कांग्रेस युवा नेता तपेश कालबेले ने लांजी नगर में गांधी प्रतिमा लगाये जाने की बात कही है और इस आशय की जानकारी मांगपत्र के माध्यम से कलेक्टर को दी है, कांग्रेस युवा नेता ने बताया कि लक्ष्मण पटेल बचपन से ही महात्मा गांधी के अनुयायी थे, जिनकी सहद्रयता सभी वर्गो के प्रति थी. उन्होंने ही उस दौरान जब हरिजनों को गले लगाया और स्वर्णो के कुंये से स्वयं अपने हाथ से हरिजनों को पानी दिया. कालबेले परिवार में जन्मे लक्ष्मण पटेल ने अपने जीवन में अपने भाई नारायण पटेल कालबेले, डेरहिया पटेल कालबेले और पुत्र हास्यचंद पटेल कालबेले एवं स्वजन भवानीप्रसाद उमरे को स्वतंत्रता आंदोलन मंे सहभागी बनाया. जिनके पुत्र हास्यचंद पटेल कालबेले विगत लंबे समय से कांग्रेस में सक्रिय रहे और कांग्रेस के विभिन्न पदो मंे रहते हुए अपनी नेतृत्व क्षमता से स्कूल और पुलियो का निर्माण तत्कालीन कांग्रेस सरकार में कराया. बताया जाता है कि लक्ष्मण पटेल के परिवार में पुत्र हास्यचंद पटेल, तत्कालीन मंत्री स्व. लिखिराम कावरे के काफी करीबी थे. जिनके परिवार से आने वाले तपेश कालबेले ने लांजी नगर में गांधी जी के आगमन की यादो और स्वतंत्रता आंदोलन में सहभागी रहे स्व. लक्ष्मण पटेल की प्रतिमा को लगाया जायें, ताकि आने वाली पीढ़ी को इसे याद रख सकें.

दानवीर और स्वतंत्रता संग्राम में सहभागी रहे लक्ष्मण पटेल के परिवार से आने वाले युवा कांग्रेसी तपेश कालबेले का कहना है कि जब अंग्रेजो का अत्याचार बढ़ा था, उस दौरान अहिंसा के आंदोलन से देश को आजादी दिलाने में महात्मा गांधी जी का योगदान अविस्मरणीय है, जिसे कभी नहीं भुलाया जा सकता, और जब वह लांजी पहुंचे तो वह पल भी इतिहास के पन्नो का यादगार पल रहा होगा, जिसे बनाये रखे और युवा पीढ़ी इसे याद रख सकें, इसलिए लांजी नगर में गांधी की प्रतिमा को लगाया जाना चाहिये, जिसकी मांग वह प्रशासन से कर चुके है और आगामी समय में प्रभारी मंत्री और विधानसभा उपाध्यक्ष एवं क्षेत्रीय विधायक सुश्री हिना कावरे को भी मांगपत्र सौंपा जायेगा. उन्होंने कहा कि यह बड़ा अच्छा अवसर है कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और पूरा देश राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती मना रहा है, इस दौरान लांजी में गांधी की प्रतिमा को स्थापित करना, अविस्मरणीय होगा.


Web Title : GANDHI STATUE TO BE ERECTED IN LANJI NAGAR, SWA. LAXMAN PATEL HAD REACHED LANJI FOR THE PURPOSE OF BREAKING THE FAST.