भारतीय राष्ट्रीय ग्रामीण बैंक की हो स्थापना, ग्रामीण बैंक यूनियनों ने गांधी प्रतिमा के पास किया उपवास

बालाघाट. भारतीय राष्ट्रीय ग्रामीण बैंक की स्थापना की मांग को लेकर गांधी जयंती पर ग्रामीण बैंक कर्मियों ने गांधी प्रतिमा के पास सांकेतिक उपवास कर अपना विरोध जाहिर किया. इस दौरान बैंक कमियों ने बैंक के निजीकरण सहित अन्य मांगो को लेकर आवाज बुलंद की. ग्रामीण बैंकों के संगठन ऑल इंडिया रीजनल रूरल बैंक एम्पलाइज एसोसिएशन (अरेबिया) के आव्हान पर पूरे देश में 2 अक्टूबर को बैंक के स्वर्ण जयंती कार्यक्रम में भारत सरकार के ग्रामीणों बैंको को लेकर लिए जा रहे निर्णय पर नाराजगी जाहिर की.

 मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन अध्यक्ष लीलाधर सुलाखे ने बताया कि 2 अक्टूबर 1975 को सर्वप्रथम ग्रामीण बैंकों की स्थापना नरसिम्हम कमेटी की सिफारिश के आधार पर की गई थी. वह ऐसा समय था जब राष्ट्रीय कृत और निजी बड़े बैंक ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सेवाएं देने के लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं थे. तब से लेकर अब तक पूरे देश में ग्रामीण बैंकों की 22000 से अधिक शाखाएं है. जो अत्यंत निर्धन और वंचित लोगों के बीच कार्य करते हुए भी ग्रामीण बैंकों का व्यवसाय 11 लाख करोड़ से अधिक का है. पूरे देश के ग्रामीण बैंकों का साख-जमा अनुपात 71. 2 प्रतिशत है. ग्रामीण बैंक को  और सक्षम बनाने के लिए भारतीय राष्ट्रीय ग्रामीण बैंक की स्थापना की प्रमुख मांग को लेकर आज बालाघाट में गांधी प्रतिमा के समक्ष मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन तथा मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक एम्पलाइज एसोसिएशन के सदस्यों ने करते हुए सांकेतिक उपवास किया. इस दौरान अधिकारी, कर्मचारियों ने रघुपति राघव राजा राम.. . भजन गाकर अपनी विभिन मांगे के निराकरण की मांग की.

संगठन भारतीय राष्ट्रीय ग्रामीण बैंक की स्थापना, ग्रामीण बैंकों में तकनीकी उन्नयन करते हुए आधुनिक बैंकिंग सेवाएं तत्काल उपलब्ध करवाए जाने, ग्रामीण बैंकों के निजीकरण को बंद करने, पर्याप्त संख्या में कार्मिकों की भर्ती करने तथा पदोन्नति नीति में बैंकिंग उद्योग के अनुरूप संशोधन करने, दैनिक वेतन भोगी, आकस्मिक कामगारों और सफाई कर्मियों को नियमित तथा 12वें वेतन समझौता पूरी तरह लागू करने की मांग की गई.  इस दौरान सतपुड़ा नर्मदा ग्रामीण बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के पूर्व महासचिव सुशील वर्मा, ऑफिसर्स एसोसिएशन मंडला क्षेत्र के क्षेत्रीय सचिव मनीष कुमार, राजकुमार मर्सकोले, निमिष कुमार शर्मा, भोलानाथ राय, देवेंद्र गुहे, कमलेश चौहान, सेवानिवृत्त संगठन के शिवलाल बिसेन, छत्रपाल कटरे, अशोक कुमार गोंदुडे, कर्मचारी संगठन के सुरेश लखावत, हेमंत डोंगरे, रोहित बांडेबुचे,  उजैर खान और गौरव श्राद्धेय, राकेश उमरे तथा मुकेश करकाड़े उपस्थित थे.


Web Title : GRAMIN BANK UNIONS OBSERVE FAST NEAR GANDHI STATUE TO SET UP NATIONAL RURAL BANK OF INDIA