दादी का हत्यारा निकला पोता, रूपए के लालच में मुंह और नाक दबाकर की थी हत्या, आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार

बालाघाट. किरनापुर थाना क्षेत्र के पाला रोड पर सिवनीखुर्द में विगत 7 मार्च को 90 वर्षीय बुजुर्ग सुभद्राबाई पति स्व. पांडुजी नागेश्वर की हत्या, उसके अपने पोते ने पैसे के लालच में मुंह और नाक दबाकर की थी. किरनापुर पुलिस ने आरोपी 34 वर्षीय मूलचंद्र पिता भाउलाल नागेश्वर को, दादी की हत्या, स्वीकार करने के बाद गिरफ्तार कर लिया. जिसके पास से पुलिस ने वृद्ध के गले में पहने चांदी के जेवर और दो हजार रूपए बरामद किए है. जबकि आरोपी ने 10 हजार रूपए, घूमने-फिरने और मौज मश्ती में उड़ा दिए. पुलिस ने आरोपी मूलचंद्र को सोमवार को न्यायालय में पेश किया. जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भिजवा दिया गया है.  दरअसल, 7 मार्च को किरनापुर पुलिस ने सिवनी खुर्द गांव में, 90 वर्षीय बुजुर्ग महिला सुभद्राबाई पति का घर के आंगन से खटिया में पड़ा शव बरामद किया था. जिसकी प्रारंभिक जांच में पुलिस को महिला की मौत संदेहास्पद लग रही थी. पीएम रिपोर्ट में महिला की दम घुटने से मौत की जानकारी के बाद पुलिस ने मामले में अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच में लिया था.

आरोपी के घर में मिले थे खून के निशान

थाना प्रभारी अशोक ननामा ने बताया कि चूंकि मामला अंधे हत्याकांड था, जिसके चलते मामले की पुलिस ने बारिकी से पड़ताल की तो शिकायकर्ता, भाउलाल नागेश्वर के घर में लगे अमरूद के पेड़ और बाथरूम के बीच लगे बांस के डंडे और दरवाजे की कुंडी में लगे खून के निशान से पुलिस ने मामले में पूछताछ शुरू की तो सबके बयानो में विरोधाभाष था. जिसके बाद पुलिस ने सायबर सेल से सीडीआर निकाली. जिसमें घटना के दौरान मूलचंद्र के घर में ही होने की जानकारी मिली. जिस पर पुलिस ने जब सख्ती से मूलचंद्र से पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कबूल किया. जिससे, पाटन में काली थैली में छिपाई चांदी की गले का जेवर और दो हजार रूपए, पुलिस ने बरामद किए.  

पैसे निकालते समय दादी के जागने पर की हत्या

आरोपी मूलचंद्र ने बताया कि दादी के पास उनके पोते आयुष ने 12 हजार रूपए दिए थे. हैदराबाद से आयुष के काम से लौटने के बाद रूपए देते हुए उसने देख लिया था. जिसे दादी ने पोटली में रखा था. जिसे चोरी की योजना बनाकर वह रूपए निकालने गया तो दादी जाग गई और चिल्लाने लगी. जिसके बाद उसने दादी का मुंह और नाक दबा दिया. जिससे काफी खून निकला था. जिसके बाद उसने गले में पहनी चांदी की हसली और रूपए चोरी कर लिए. अंधे हत्याकांड में आरोपी को गिरफ्तार करने में थाना प्रभारी अशोक ननामा, उपनिरीक्षक अमित अग्रवाल, एएसआई रमेश माहुले, आर. कैलाश मेश्राम, विष्णु जाट, राघवेन्द्र टेकाम, अरविंद जाटव और विवेक तिवारी की भूमिका रही.  


Web Title : GRANDSON KILLER TURNED OUT TO BE A MURDERER, KILLED BY PRESSING MOUTH AND NOSE IN GREED FOR MONEY, ACCUSED ARRESTED BY POLICE