ऑक्सीजन की कमी से जूझते मरीजों के लिए गुलमोहर फाउंडेशन ने 30 ऑक्सीजन कंसट्रेटर मशीन कराई उपलब्ध,एक पखवाड़े में सार्थक प्रयास से सिंगापुर से पहुंच गई मशीनें, प्रायमरी ऑक्सीजन की समस्या को करेगी हल

बालाघाट. सामाजिक सेवा में अग्रणी गुलमोहर फाउंडेशन ने कोविड-19 की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी से जूझते मरीजों के लिए सिंगापुर से 30 ऑक्सीजन कंसट्रेटर मशीन उपलब्ध करवाई है, जो ऑक्सीजन की कमी से जूझते मरीजों को ईलाज कराने अस्पताल तक पहुंचने में प्रायमरी मददगार के रूप में साबित होगी. लगभग 21 लाख की अनुमानित लागत से मंगवाई गई यह मशीनें बालाघाट पहुंच गई है, जिसमें 20 मशीनें 5 लीटर ऑक्सीजन और 10 मशीनें 10 लीटर ऑक्सीजन वाली मशीनें है. सबसे खास बात यह है कि अब तक जिले में मंगवाई गई अन्य ऑक्सीजन कंसट्रेटर मशीन से यह मशीन मरीजों के लिए बहुपयोगी है, जिसमें अस्पताल तक मरीज के पहुंचने के लिए लग रही मशीन से ऑक्सीजन का डाटा मॉनिटर में न केवल नजर आयेगा बल्कि इसमें पल्स मीटर और नेबुलाईजेशन की भी सुविधा है.

गौरतलब हो कि बालाघाट में सामाजिक सेवा से जुड़े गुलमोहर फाउंडेशन ने जिले में कोविड मरीजो के ऑक्सीजन की कमी से जूझते हुई परेशानियों को देखते हुए अपने सार्थक प्रयास से महज एक पखवाड़े में ही 30 मशीनों का इंतजाम कर यह बता दिया है कि यदि सच्चे मन और सेवाभावी सोच हो तो कोई प्रयास निष्फल नहीं होते है, जबकि जिले में कई ऐसे भी है, जिन्होंने ऑक्सीजन कंसट्रेटर मशीन को लेकर खबर से वाहवाही तो लूट ली लेकिन अब तक उनके द्वारा दी जाने वाली ऑक्सीजन कंसट्रेटर मशीनों का पता नहीं है और न जाने वह कब आयेगी और कब जिले के ऑक्सीजन से जूझते कोविड मरीजों को उसका लाभ मिलेगा.

पहली खेप में 5 लीटर ऑक्सीजन प्रति मिनट की खपत देने वाली मंगवाई गई बहुपयोगी ऑक्सीजन कंसट्रेटर मशीन को मरीजों की सेवा में मीडिया के सामने गुलमोहर फाउंडेशन अध्यक्ष अनुराग चतुरमोहता और डॉ. अक्षय चतुरमोहता ने इसे समर्पित किया.  

इस दौरान मीडिया से चर्चा करते हुए गुलमोहर फाउंडेशन अध्यक्ष अनुराग चतुरमोहता ने बताया कि जिले में कोविड-19 के बिगड़ते हालत और मरीजों को ऑक्सीजन की समस्या होने की मिल रही जानकारी हद्रय को द्रवित करने वाली थी. जिसका समाधान निकालते हुए गुलमोहर फाउंडेशन ने लगभग एक 10 से 12 दिन पूर्व सिंगापुर की ऑक्सीजन कंसट्रेटर मशीन सप्लाई करने वाली कंपनी से अपने स्त्रोतो के आधार पर चर्चा की और मशीनों के लिए एकमुश्त राशि प्रदान कर उन्हें मरीजों की समस्याओं को देखते हुए अतिशीघ्र मशीनों को उपलब्ध करवाने का आग्रह किया गया. चूंकि लॉकडाउन और मशीनों की मांग के कारण मशीनों को आने में थोड़ा समय जरूर लगा, जिसके लिए वह खेद भी व्यक्त करते है लेकिन ऑक्सीजन से जूझते कोविड मरीजों को ऑक्सीजन कंसट्रेटर मशीन उपलब्ध करवाने का हमारा प्रयास आज सफल हो गया है. जिसका बालाघाट विधानसभा क्षेत्र की जनता को इसका लाभ प्रदान किया जायेगा.  

बालाघाट विधानसभा में यदि किसी भी जनता के परिजनों को अस्पताल ले जाने में ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है तो यह मशीन उसके लिए बहुपयोगी साबित होगी और इस मशीन के साथ मरीज को प्रायमरी ऑक्सीजन सप्लाई के साथ ईलाज के लिए अस्पताल ले जा सकेंगे. चूंकि अक्सर देखा जाता है कि कोविड-19 मरीज को ले जाते समय ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है और ऐसी परिस्थिति में अक्सर ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं हो पाती है. जिसमें यह मशीनें काफी उपयोगी साबित होगी.  

युवा नेता अनुराग चतुरमोहता ने बताया कि इन 30 मशीनों को लालबर्रा और बालाघाट में जिम्मेदार लोगों को प्रदाय किया जायेगा, जिनसे संपर्क कर कोविड-19 मरीज के परिजन ऑक्सीजन कंसट्रेटर मशीन का लाभ ले सकंेगे. उन्होंने बताया कि बालाघाट में महावीर इंटरनेशनल पदाधिकारी वरिष्ठ पत्रकार सोहन वैद्य, सुशील जैन या मुझसे स्वयं और लालबर्रा में रवि अग्रवाल एवं दीपक अग्रवाल से संपर्क कर लोग ऑक्सीजन कंसट्रेटर मशीन का लाभ ले सकते है. यह सेवा पूर्णतया निःशुल्क होगी.  

उन्होने बताया कि अक्सर मरीज जब गंभीर होता है तो उसके लिए अस्पताल पहुंचने तक की स्थिति काफी क्रिटिकल होती है, जिसमें यह मशीन उसके लिए उपयोगी साबित होगी. उन्होंने एक सवाल के जवाब में बताया कि जहां वर्ष 2020 में लगाये गये लॉकडाउन में हजारों, हजार लोगों तक गुलमोहर फाउंडेशन ने राशन कीट पहुंचाकर अपने सेवा भाव के दायित्व का निर्वहन किया. वहीं कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी को समझते हुए ऑक्सीजन कंसट्रेटर मशीन क्षेत्रीय जनता के लिए उपलब्ध करवाई है और यही नहीं बल्कि प्रशासनिक अधिकारियों और समाजसेवियों द्वारा पीड़ित परिवारों तक राशन सामग्री भी पहुंचाई जा रही है.


Web Title : GULMOHAR FOUNDATION PROVIDES 30 OXYGEN CONCENTRATERS FOR PATIENTS SUFFERING FROM OXYGEN SHORTAGE, MACHINES FROM SINGAPORE WITH MEANINGFUL EFFORTS IN A FORTNIGHT WILL SOLVE PRIMARY OXYGEN PROBLEM