बालाघाट. जिले के प्राथमिक शिक्षक क्रमोन्नति आदेश जारी नहीं होने से परेशान है, ऐसे जिले में 700 प्राथमिक शिक्षक है, जिनके क्रमोन्नति आदेश लंबित है. दरअसल, अक्टूबर 2023 को प्राथमिक शिक्षक क्रमोन्नति के आदेश जारी किए गए थे. जिसमें जिले के केवल 371 प्राथमिक शिक्षकों को क्रमोन्नति मिल सकी है. जबकि एक साल बाद भी शेष प्राथमिक शिक्षक, अपनी क्रमोन्नति के आदेश का इंतजार कर रहे है. इतनी बड़ी संख्या में प्राथमिक शिक्षकों के क्रमोन्नति आदेश लंबित होने के मामले में आजाद अध्यापक संघ आशीष बिसेन के नेतृत्व में जिले के अध्यापको ने मुख्यालय में ड्यूटी समय के बाद सायंकाल लगभग साढ़े पांच बजे जिला शिक्षा कार्यालय में सहायक संचालक मरावी को ज्ञापन सौंपा.
जिलाध्यक्ष आशीष बिसेन ने बताया कि जिले में प्राथमिक शिक्षकों के क्रमोन्नति आदेश जारी नहीं करके, उनके हक और अधिकार को वंचित किया जा रहा है. जो न्याय संगत नहीं है. उन्होंने शैक्षणिक योग्यता के कारण अपात्र किए गए क्रमोन्नत आदेश और शेष लंबित आदेशों को जिला शिक्षा कार्यालय से शीघ्र जारी किए जाने की मांग की. उन्होंने जिला शिक्षा कार्यालय पर आरोप लगाया कि क्रमोन्नत और समयमान वेतनमान की फाईल उच्च कार्यालयों को नहीं भेजी जाती है, जिससे उनके वेतनमान आदेश जारी नहीं हो रहे है. आजाद अध्यापक संघ अध्यक्ष आशीष बिसेन ने डीए एरियर्स का भुगतान, सातवे वेतनमान की अंतिम अप्राप्त किश्त देने सहित स्कूलो में वरिष्ठता को लेकर आ रही विवाद की स्थिति पर जिला शिक्षा अधिकारी से स्पष्ट आदेश जारी करने की बात कही गई, ताकि स्कूलो में वरिष्ठता को लेकर आ रहे विवाद का हल हो ताकि अध्यापक, विद्यार्थियों को पढ़ाने में ध्यान दे सके. इस दौरान अरविंद पारधी, कमल पाराशर, एमन्त ठाकरे, आशीष श्रीवास्तव, ओमप्रकाश पारधी, दिनेश गौतम, धन्नालाल बिसेन, तिलकचंद बनोटे, प्रकाश वैद्य, मुकेश हरिनखेडे, लालसिंह टेकाम, रोशन लाल राउत, जयभीम गजभिए, राजेश बिसेन, संतोष जामरे, रेवाराम हरिनखेड़े, कविता वासनिक, संगीता पटले, पुष्पा मेश्राम, उत्तम दास मेश्राम, राहुल नेवारे, रूपलाल उइके, एमएल राठौर, शैलेंद्र चौहान, रंजीत गणवीर, घनश्याम बसेना सहित सैकड़ो शिक्षक साथी उपस्थित थे.