महाराष्ट्रीयन ब्राम्ह्रण महिला मंडल ने मनाया शारदोत्सव,मां शारदा की प्रतिमा विराजित कर भक्तिभाव से की पूजा-अर्चना, पंचमी पर किया विसर्जन

बालाघाट. बालाघाट मुख्यालय में विगत 70 वर्ष से महाराष्ट्रीयन ब्राम्ह्रण समाज की महिला मंडल द्वारा नगर के महाराष्ट्र मंडल में शारदेय नवरात्र पर शारदोत्सव मनाया जाता है. जिसके तहत मां शारदा की प्रतिमा विराजित की जाती है, शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से पंचमी तक मां शारदा की विधिविधान से पूजा अर्चना करने के बाद उसका विसर्जन किया जाता है.

इसी कड़ी में इस वर्ष भी महाराष्ट्र मंडल मंे महाराष्ट्रीयन ब्राम्ह्रण समाज महिला मंडल द्वारा शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से पंचमी तक शारदोत्सव, आस्थापूर्वक भक्तिभाव से मनाया और पंचमी तक विभिन्न कार्यक्रमो का आयोजन किया गया है. खास बात यह है कि शारदोत्सव में मां शारदा की प्रतिमा विराजित करने से लेकर पंचमी तक किये जाने वाले आयोजन और विसर्जन में महाराष्ट्रीयन ब्राम्ह्रण समाज की महिलायें अग्रणी भूमिका निभाती है. इस वर्ष भी 7 अक्टूबर से प्रारंभ शारदेय नवरात्र पर मां शारदा की प्रतिमा स्थापित की गई और पंचमी तक महिलाओं के सर्वांगीण विकास की मंशा से नाटक और पाककला के कार्यक्रम आयोजित किये गये. जिसमें महाराष्ट्रीयन ब्राम्ह्रण समाज की महिलाओं ने बढ़-चढ़कर भूमिका निभाई.

महाराष्ट्रीयन ब्राम्ह्रण समाज महिला मंडल अध्यक्ष श्रीमती वैशाली खोकले ने बताया कि महाराष्ट्रीयन ब्राम्ह्रण महिला मंडल जिले में 70 वर्ष से शारदोत्सव मना रहा है, जिसके तहत शुक्ल पक्ष की प्रथमा का मां शारदा की प्रतिमा स्थापित की जाती और विधि विधान से पूजा अर्चना कर शुक्ल पक्ष की पंचमी को मां को विदाई देकर उनकी प्रतिमा का विसर्जन किया जाता है. इस वर्ष भी महाराष्ट्रीयन ब्राम्ह्रण समाज महिला मंडल द्वारा शारदोत्सव का आयोजन किया गया और मां शारदा की मनोहारी प्रतिमा विराजित कर उसकी पूजा अर्चना की गई. इस दौरान महिलाओं के आयोजित किये जाने वाले बौद्धिक और कलात्मक सहित अन्य प्रतियोगिता के किये जाने वाले आयोजन के तहत इस वर्ष एक नाटक का मंचन और पाककला प्रतियोगिता आयोजित की गई थी. पाककला में मीठे और नमकीन के विषय पर महिलाओं ने व्यंजन तैयार किये थे. जिसे प्रतियोगिता में शामिल किया गया था. जिसके उपरांत शुक्ल पक्ष की पंचमी को मां की मनोहारी प्रतिमा को समीपस्थ देवीतालाब में विसर्जित कर विदाई दी गई.

इस पूरे शारदोत्सव कार्यक्रम में सचिव श्रीमती मनीषा केलकर, उपाध्यक्ष संध्या कर्वे, सहसचिव स्वाती बंसोड़, संरक्षक उमा शास्त्री, शैला मुले, कार्यकारिणी सदस्य मानसी विद्वांस, ममता पात्रीकर, संध्या गचके, वर्षा शास्त्री, कल्पना जुगादे, अर्चना कापरे, सीमा दबड़घाव, मीनल गाड़े, शुभांगी केलकर, हर्षा आर्वे, स्वाती जोशी, जया अग्निहोत्री और अपूर्वा बापट सहित समाज की महिलाओं का सहयोग सराहनीय रहा.


Web Title : MAHARASHTRIAN BRAHMIN MAHILA MANDAL CELEBRATES SHARDAUTSAV, IMMERSES STATUE OF MOTHER SHARDA AND WORSHIPS WITH DEVOTION, IMMERSES IT ON PANCHAMI