चौथी बार आयोग मित्र बनी श्रीमती फिरोजा खान

बालाघाट. विगत तीन बार मानव अधिकार आयोग मित्र रही श्रीमती फिरोजा खान के मानव अधिकार आयोग में बेहतर कार्य को देखते हुए इस बार भी उन्हें मानव अधिकार आयोग मित्र बनाया गया है, यह उनका चौथा टर्म है, जब वह मानव अधिकार आयोग मित्र बनाई गई है.

गौरतलब हो कि मानव अधिकार आयोग मित्र रहते हुए उन्होंने जंगलो मंे निवास करने वाले आदिवासियों की समस्याओं और मानव अधिकारों के हनन से संबंधित कई मामले मंे प्रत्यक्ष भूमिका का निर्वहन कर शासन, प्रशासन का ध्यान आयोग के माध्यम से आकर्षित करवाया. जिसके परिणाम स्वरूप पीड़ितो को न्याय भी मिला है. सामाजिक सेवा के साथ ही विभिन्न मंचो के माध्यम से श्रीमती फिरोजा खान पीड़ित मानवता के लिए निस्वार्थ भाव से काम कर रही है. वर्तमान में श्रीमती फिरोजा खान प्रथम श्रेणी न्यायाधीश की शक्ति प्राप्त पीठ बाल कल्याण समिति में बतौर सदस्य के रूप में अपने दायित्वो का निर्वहन कर रही है. उनकी कार्यक्षमता को यही विराम नहीं लगता बल्कि वह यूनेस्को में इंडिया की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य भी है. जिनका यूजीसी एवं राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के माध्यम से बैगाओं के जीवन पर लिखित एक पेपर भी प्रकाशित हो चुका है. श्रीमती फिरोजा खान काफी समय तक किशोर न्याय बोर्ड की सदस्य भी रही. कार्यक्षमता के साथ विषय विशेषज्ञता में भी निपुण श्रीमती फिरोजा खान ने दिल्ली स्थित जामिया नूरिया यूनिवर्सिटी से मानव अधिकार विषय पर पीजी किया है.  

जिनके सामाजिक सेवा और तीन बार मानव अधिकार आयोग में बेहतर कार्य को देखते हुए उन्हें चौथी बार मानव अधिकार आयोग मित्र बनाया गया है. चौथी बार आयोग मित्र बनने पर श्रीमती फिरोजा खान ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि मानव अधिकार आयोग मंे चौथी बार आयोग मित्र बनना काफी खुशी की बात है, लोगों के मानव अधिकारो के हनन को लेकर जैसा वह कार्य करते आ रही है, उसी तरह उनका कार्य जारी रहेगा और लोगों के अधिकार संरक्षित रह सकें, इसका हमेशा प्रयास रहेगा. श्रीमती फिरोजा खान के चौथी बार मानव अधिकार आयोग मित्र बनने पर उनके स्नेहीजनों ने उन्हें मुबारकबाद देते हुए अपेक्षा की है कि मानव अधिकारों के संरक्षण को लेकर वह अपने दायित्वों का निर्वहन पीड़ितो को न्याय दिलाने में करेगी.

Web Title : MRS. FEROZ KHAN BECAME A FOURTH TIME COMMISSION FRIEND