बालाघाट. जिले के सर्व ब्राम्हण समाज अध्यक्ष, कबड्डी संघ अध्यक्ष, रेत व्यवसायी समाजसेवी राजेश पाठक ने मीडिया से प्रेसवार्ता में मुलाकात करते हुए हालिया जिले के सोशल मीडिया साईड पर वायरल हो रहे युवक के जान का खतरा को लेकर वीडियो, राष्ट्रीय महिला कबड्डी प्रतियोगिता, जिले में बढ़े रेत के दाम, वारासिवनी से चुनाव लड़ने की संभावना और सनातन धर्म पर विस्तृत बयानी की.
उन्होंने सिलसिलेवार बताते हुए कहा कि सोशल मीडिया में जो मुझ पर जान से खत्म करने का खतरा बता रहा है, उसे वह जानते नहीं है किन्तु ना जाने क्यों वह युवक, ऐसा आरोप लगा है, उसके बारे में पता करने पर हमें जानकारी मिली कि वह स्वयं अवैध उत्खनन करता था. जब उसके इस अवैध काम पर मार पड़ी तो वह उन लोगों के शय पर अपना वीडियो बनाकर वायरल कर रहा है, जो चाहते है कि हमारे व्यवसाय से उनकी स्वार्थसिद्धी हो जाये. आम जनता से नकारे पूर्व जनप्रतिनिधि हमें माफिया कह रहे है कि जबकि हम शासन को राजस्व देकर काम कर रहे है. यदि हम माफिया है तो हमारे खिलाफ थानो में अपराध बता दे, या किसी अवैध उत्खनन में नाम बता दे. वह व्यापार करते है और सरकार को राजस्व देते है. उन्हें कतई यह कानूनी अधिकार नहीं है कि वह किसी के काम पर दखलअंदाजी करें. पूछताछ का हक उन्हें नियमानुसार है लेकिन किसी खदान में जाकर हंगामा मचाने का अधिकार नहीं है. यही नहीं वे लोग, आम जनता में यह रेत उनकी है, भ्रामक जानकारी पैदा कर बेवजह ही शांतिभंग करना चाहते है. हमें ऐसे लोगों से स्वयं जान का खतरा है. उन्होंने कहा कि जिला और पुलिस प्रशासन अवैध रेत उत्खनन पर कार्यवाही करें.
कबड्डी संघ अध्यक्ष राजेश पाठक ने आगामी समय में जिले में राज्य स्तरीय महिला कबड्डी के किये गये भव्य आयोजन की तरह ही राष्ट्रीय महिला कबड्डी प्रतियोगिता के आयोजन को लेकर विस्तृत रूपरेखा रखी. उन्होंने कहा कि पूर्व वर्ष में रेत का ठेका कम होने के कारण हम 15 सौ से लेकर 12 सौ ट्राली रेत दे दिया करते थे, लेकिन इस वर्ष पिछले साल के 36 करोड़ से बढ़कर 85 करोड़ हो गया है. उसके कारण जिले में रेत के दाम 21 सौ रूपये ट्राली रॉयल्टी तो हमें सरकार को देना है, सरकार टेंडर की दर, बढ़ा रही है तो रेत के दाम बढ़ रहे है, यह आरोप सही नहीं है कि रेत महंगी बेची जा रही है. यदि सरकार टेंडर नही बल्कि लॉटरी सिस्टम से कर दे तो रेत सस्ती हो सकती है.
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यदि भाजपा उन्हें वारासिवनी से अवसर देती है तो वह भाजपा की सीट से चुनाव लड़ने तैयार है. उन्होंने कहा कि देश के मूल सनातन धर्म को मुगल और अंग्रेज नही मिटा सके तो इनकी क्या औकात है, इस मामले में माननीय राष्ट्रपति और सुप्रीम कोर्ट संज्ञान लेकर हेड स्पीच का मामला दर्ज कर उनके खिलाफ कार्यवाही की जायें ताकि देश के सौ करोड़ सनातनियों को न्याय मिल सके. इस दौरान समाजसेवी संजयसिंह कछवाहा, विनोद शर्मा, पूर्व जनपद अध्यक्ष किरण मेरावी, अजय मिश्रा, कन्हैयालाल पात्रे, कैलाश चौरड़िया, अजाबशास्त्री, अनिल गुरनानी, भारत शिवहरे, देवी लिल्हारे सहित अन्य व्यवसायी साथी उपस्थित थे.