किसी सरकार ने मांझी समाज को नहीं दिया अनुसूचित जनजाति का दर्जा-देवराम बर्वे, 26 नवंबर को 20 हजार सामाजिक बंधुओं का बालाघाट में होगा महा समागम

बालाघाट. कई सरकारें आई और गई, सरकार बनाने से पूर्व हर राजनीतिक दलों ने अपने घोषणा पत्र में भी लिखा कि मांझी समाज को अनसूचित जनजाति का दर्जा दिया जायेगा, लेकिन किसी भी सरकारों ने इसे आज तक पूरा नहीं किया. जिसके कारण आज भी मांझी समाज अपने इस हक से वंचित है. जिसके कारण मांझी समाज को आंदोलन का रूप लेना पड़ रहा है. हम अपनी संगठित ताकत से दिखाकर राजनीतिक दलो को मजबूर कर देंगे कि वह मांझी समाज को अनुसूचित जनजाति का हक दे. यह बात मांझी मछुआ समाज के प्रतिनिधि देवराम बर्वे ने समाज की बैठक में कही.  

मांझी मछुआ समाज के पदाधिकारियों और सक्रिय सदस्यों की बैठक, नगर की सांस्कृतिक संस्था नूतन कला निकेतन में आयोजित की गई थी. जहां उपस्थित समाज के पदाधिकारियों और सक्रिय सदस्यों की बैठक में तय किया गया कि आगामी मांझी मछुआ समाज द्वारा 28 नवंबर को बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जाये. जिसकी रणनीति को लेकर विचार किया गया.

मांझी मछुआ समाज प्रतिनिधि देवराम बर्वे ने बताया कि इस बैठक मंे जिले भर से प्रमुख कार्यकर्ता और पदाधिकारी शामिल थे. जिसमंे तय किया गया कि मांझी आदिवासी समन्वय समिति के बैनर तले आगामी 28 नवंबर को मुख्यालय में एक बड़ा सम्मेलन किया जायेगा. जिसमें प्रदेश स्तर के सामाजिक लोगों को आमंत्रित किया जायेगा. यह कार्यक्रम राजनीति से हटकर होगा. जिसमें सामाजिक लोगों के साथ ही सभी दलों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जायेगा. जिसमें प्रमुख रूप से समाज को अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिये जाने की मांग रखी जायेगी. उन्होंने बताया कि इस सम्मेलन मंे लगभग 20 हजार से ज्यादा सामाजिक बंधु उपस्थित रहेंगे.   बैठक मंे ईश्वरदयाल उके, श्री मेश्राम, बेनीराम मेश्राम, मानक बर्वे, श्यामलाल मसराम, गिरधारी मसराम, डॉ. रामलाल मसराम, डॉ. रामलाल मसराम, दिलीप नरबदे, गजानंद बर्वे, उमाकिशोर शांडिल्य, सावनलाल मेश्राम, शंकरलाल उके, मोहनलाल बागड़े सहित अन्य उपस्थित थे.  


Web Title : NO GOVERNMENT HAS GIVEN SCHEDULED TRIBE STATUS TO MANJHI COMMUNITY DEVRAM BARVE, 20,000 SOCIAL BROTHERS WILL HOLD A MAHASAMAGAM IN BALAGHAT ON NOVEMBER 26