कालाबाजारी और मिस ब्रांडिंग को लेकर किसान संघो के लिए बीज और खाद निरीक्षकों के सार्वजनिक किए जाएंगे नंबर

बालाघाट. कलेक्टर मृणाल मीणा ने मंगलवार को जिले के किसान संघों के साथ खाद बीज की मिस ब्रांडिंग और कालाबाजारी को रोकने तथा कृषकों की समस्याओं के निराकरण को लेकर बैठक की. किसान संघों ने खाद बीज की कालाबाजारी और मिस ब्रांडिंग को रोकने के लिए प्रशासन का सहयोग करने की बात कही है. बैठक में कृषि उपसंचालक राजेश खोब्रागड़े ने बैठक आयोजित करने के उद्देश्यों के विषय में रखा. उन्होंने कहा कि डीएपी की तुलना में एनपीके और एसएसपी खाद का अधिक उपयोग करने, धान पंजीयन, खाद की कालाबाजारी एवं मिस ब्रांडिंग रोक कर किसानों को लाभ पहुंचाने की बात कहीं. किसानों ने बताया कि डीएपी की तुलना में एनपीके और एसएसपी के उपयोग से अच्छा लाभ हुआ है. कलेक्टर मीणा ने किसानों से संवाद कर समस्याओं के निराकरण के निर्देश भी जारी किए. उन्होंने कृषि विभाग को निर्देश दिए है कि जिन क्षेत्रों में डीएपी की मांग ज्यादा रही है वहां लगातार शिविर आयोजित विकल्प के तौर पर जागरूक करें. वही कालाबाजारी रोकने के लिए जिले समस्त खाद व बीज निरीक्षकों के नम्बर सार्वजनिक किए जाएंगे जो खासकर किसान संघों को प्रदाय होंगे. ताकि इस तरह की घटनाओं और गतिविधियों की सूचना दी जा सकें.  

जिले में धान उपार्जन को निर्बाध्य तथा सुगम और सुसंगत बनाने के लिए कलेक्टर मीणा ने कहा कि जिला स्तरीय उपार्जन समिति की बैठक में किसान संघों को भी आमंत्रित किया जाएगा. ताकि धान खरीदी में किसी तरह की समस्या न हो. धान खरीदी में कई तरह से व्यक्तियों की सराहनीय भूमिका हो सकती है. इसलिए किसानों के साथ जुड़े रहने वाले संघों से भी सहयोग लिया जाएगा. बैठक में किसानों के कई सुझावों प चर्चा की गई.


Web Title : NUMBERS OF SEED AND FERTILISER INSPECTORS TO BE MADE PUBLIC FOR FARMERS ASSOCIATIONS OVER BLACK MARKETING AND MISBRANDING