कलेक्टर के आदेश पर स्कूलों ने 221 अभिभावकों को वापस किए 2 लाख 59 हजार रुपए, अब भी 5 स्कूलो ने नहीं लौटाई राशि, कलेक्टर ने कहा राशि नहीं लौटाने वाले पर लगाए जुर्माना

बालाघाट. जिले की 10 स्कूलों में निर्धारित किताबों के अलावा अन्य पुस्तकों से अध्ययन कराने के लिए अभिभावकों पर अन्य प्रकाशकों की बुक्स खरीदने का मामला सामने आया था. कलेक्टर मृणाल मीना के आदेश के बाद 5 स्कूलो ने अब तक 221 अभिभावकों को 2 लाख 59 हजार 844 रुपये वापस किए है. जबकि 5 स्कूलों ने अब तक राशि वापस नहीं की है. जिसको लेकर कलेक्टर ने निर्देश दिए है कि जो स्कूल राशि नहीं लौटा रहे है उन पर 2 लाख का जुर्माना लगाया जाए.

निर्धारित किताबों के अलावा अन्य प्रकाशकों की पुस्तकें स्कूलों में प्रचलित कराने के मामलें में अभिभावकों को राशि वापस कराई गई है. जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि पाठशाला स्कूल बालाघाट द्वारा 60 छात्रों एवं अभिभावकों को 1 लाख 17 हजार रुपये की राशि वापस की गई है. इसके अलावा जॉनसन किड्स स्कूल बूढ़ी ने 38 छात्रों को 50 हजार रुपये, सतपुड़ा वेली पब्लिक स्कूल ने 60 छात्रों को 44574 रुपये,ओजस स्कूल बालाघाट ने 40 विद्यार्थियों को 26 हजार रुपये, ग्रीन वेली पब्लिक स्कूल ने 13 विद्यार्थियों को 16 हजार और कटंगी में कटेडरा की ट्यूलिप स्कूल ने 10 छात्रों को 6270 रुपये अब तक वापस किये गए है. कलेक्टर  मीना ने इस मामलें में निर्देश दिए है कि जो स्कूल राशि वापस नही कर रहें है, उन पर निर्धारित नियमानुसार 2 लाख रुपये तक जुर्माना लगाया जाए. कलेक्टर श्री मीना के 22 अप्रैल को दिए आदेशानुसार मप्र निजी विद्यालय (फीस तथा अन्य सम्बंधित विषयों का विनियम) अधिनियम-2017 की धारा-6 व 9 तथा अधिनियम 2020 के नियम 6 (1) (घ) के अनुसार छात्र या अभिभावकों को पुस्तकें एवं अन्य सामग्री केवल चयनित विक्रेताओं से क्रय करने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता है. इसके बाद विस्तृत जांच प्रारंभ हुई. जांच में पाई गई अनियमितता के बाद कलेक्टर के निर्देश पर कारण बताओ नोटिस जारी किए गए. तीन दिनों के भीतर एनसीईआरटी द्वारा उपलब्ध कराई गई पुस्तकों के मूल्य को आधार मानकर पालकों और छात्रों से लिया गया अधिक मूल्य की राशि वापस करने का नोटिस जारी किये गए थे, लेकिन इसमें भी देरी की गई.  


Web Title : ON THE ORDER OF THE COLLECTOR, THE SCHOOLS RETURNED RS 2 LAKH 59 THOUSAND TO 221 PARENTS, STILL 5 SCHOOLS HAVE NOT RETURNED THE AMOUNT