पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारी, कर्मचारी संयुक्त मोर्चा की हड़ताल स्थगित!,भाजपा पूर्व विधायक एवं कांग्रेस ने दिया था समर्थन, पुलिस ने हड़तालियों के खिलाफ दर्ज किया था मामला

बालाघाट. नियमितिकरण और वेतनमान सहित अन्य मांगो को लेकर 22 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गये पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारी, कर्मचारी संयुक्त मोर्चा की हड़ताल स्थगित हो गई है. हालांकि जिले में संयुक्त मोर्चा जिलाध्यक्ष से चर्चा नहीं होने के कारण इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है, लेकिन हड़ताल पर शामिल कई संगठनों ने प्रदेश संयुक्त मोर्चा संगठन के जारी पत्र के हवाले से इसकी पुष्टि की है. बताया जाता है कि भोपाल में प्रदेश संयुक्त मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल की पंचायत मंत्री से चर्चा के बाद 20 अगस्त तक मांगो के मिले निराकरण आश्वासन पर संयुक्त मोर्चा ने 15 दिन से चली आ रही हड़ताल को स्थगित करने का फैसला लिया है. वहीं मंत्री की ओर से हड़ताली पंचायतकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही को खत्म किये जाने का भरोसा संयुक्त मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल का दिया गया है.

5 अगस्त को संयुक्त मोर्चा की हड़ताल 15 वें दिन भी जारी रही. जहां जिला मुख्यालय में जिला पंचायत के समक्ष आंदोलनरत पंचायतकर्मियों से कांग्रेस जिलाध्यक्ष के साथ प्रतिनिधिमंडल ने कर्मचारियों की मांगो को अपनी समर्थन दिया था. वहीं वारासिवनी मंे भाजपा के पूर्व विधायक डॉ. योगेन्द्रसिंह निर्मल भी पंचायतकर्मियों के हड़ताल स्थल पर पहुंचे थे और उन्हें अपना समर्थन दिया था. साथ ही उन्होंने आश्वस्त किया था कि वह संयुक्त मोर्चा के मांगो को स्पीड पोस्ट के माध्यम से मुख्यमंत्री से प्रेषित कर माने जाने वाली मांगो के निराकरण की बात करेंगे. चर्चा में बकौल पूर्व विधायक डॉ. योगेन्द्र निर्मल ने हड़ताली पंचायतकर्मियों को समर्थन दिये जाने की बात स्वीकार करते हुए कहा कि उनकी मांगो को वह मुख्यमंत्री तक भिजवाकर मांगी जाने वाली मांगो के निराकरण के लिए पत्र लिखेंगे.  

दूसरी ओर कोरोना महामारी के दृष्टिगत लगाये गये प्रतिबंध और कोरोना गाईडलाईन के उल्लंघन मामले में शासन के निर्देश पर प्रशासन ने भी सख्ती दिखाना शुरू कर दिया था. हड़ताली पंचायतकर्मियो के खिलाफ पुलिस थानो में मामले दर्ज करने प्रारंभ हो गये थे. वारासिवनी और खैरलांजी थाने में तो बकायदा महामारी अधिनियम के तहत पुलिस ने हड़ताली पंचायतकर्मियों के खिलाफ मामला भी दर्ज किया है. वहीं हड़ताली पंचायतकर्मियों में संविदा पर पदस्थ कर्मियों को नोटिस भी जारी किये गये थे.  

जिसकी संयुक्त मोर्चा जिलाध्यक्ष नामदेव राऊत ने निंदा करते हुए कहा कि हड़ताली पंचायतकर्मियों पर कार्यवाही करने के बजाये उनकी मांगो पर सहानुभूति पूर्वक विचार कर उसके निराकरण का प्रयास करें, यदि मांगो का सरकार निराकरण कर देती है तो पंचायतकर्मी अपने काम पर लौट जायेंगे. हालांकि 5 अगस्त की देरशाम प्रदेश के संयुक्त मोर्चा संगठन की ओर से जारी पत्र के अनुसार 15 दिनों से चली आ रही अनिश्चितकालीन हड़ताल स्थगित हो गई है, जिसके चलते आज 6 अगस्त शुक्रवार से हड़ताली पंचायतकर्मी वापस काम पर लौट जायेंगे.


Web Title : PANCHAYAT AND RURAL DEVELOPMENT DEPARTMENT OFFICIALS, EMPLOYEES SUSPEND UNITED FRONT STRIKE!, FORMER BJP MLA AND CONGRESS SUPPORT, POLICE REGISTERED A CASE AGAINST THE STRIKERS