धर्म-आस्था: अग्रवाल समाज ने श्री राणी सती दादी का किया पूजन, किया गया मंगलपाठ

बालाघाट. हिन्दी महिने में भाद्रपद में पड़ने वाली अमावस्या का विशेष महत्व होता है. जिसे शनि अमावस्या भी कहा जाता है. विशेष संयोग के साथ इस वर्ष यह अमावस्या, शनिवार को थी. जानकारों की मानें तो 14 वर्ष बाद शनि अमावस्या का विशेष संयोग बन रहा है. प्रतिवर्ष भादो मास की अमावस्या को राजस्थान के झुंझुनु में श्री राणी सती दादी मंदिर में उत्सव धूमधाम से मनाया जाता है. यहां भादो की अमावस्या को मंगलपाठ का आयोजन किया जाता है, जिसमंे बड़ी संख्या में श्रद्वालु शामिल होते है.  

प्रतिवर्ष राणी सती दादीजी को उनके मानने भादो की अमावस्या को उनका मंगलपाठ करते है. इसी कड़ी में अग्रसेन में अग्रवाल समाज द्वारा श्री राणी सती दादी जी का पूजन एवं मंगलपाठ किया गया. भादो अमावस्या पर श्री राणी सती दादी जी का महोत्सव अग्रवाल समाज की महिलाओं द्वारा मनाया गया. अग्रसेन भवन में दादी के दरबार को रंग-बिरंगे विदेशी खुशबूदार फूलों से सजाया गया. साथ ही आकर्षक साज-सज्जा की गई.  

समाज के नागरिक हरिओम अग्रवाल ने बताया कि 27 अगस्त को भादो अमावस्या के अवसर पर श्री राणी सती दादी जी का महोत्सव मनाया गया और राणी सती दादी की पूजा-अर्चना की गई. उन्होंने बताया कि आज महोत्सव पर सिवनी से शिखा अग्रवाल और बालाघाट से ज्योति खेमका द्वारा राणी सती दादी जी का मंगलपाठ कराया. रात्रि तक विभिन्न कार्यक्रमों के बाद महाप्रसाद का आयोजन किया गया.  इस दौरान हरिओम अग्रवाल, जितेन्द्र अग्रवाल, गणेश अग्रवाल, अजय गुप्ता, राजु मोर, हितेश अग्रवाल, घनश्याम अग्रवाल सहित अन्य उपस्थित थे.  

Web Title : RELIGION AND FAITH: AGRAWAL SAMAJ WORSHIPS SHRI RANI SATI DADI, MANGALPATH DONE