वार्डो के रिक्शा कचरा वाहन निजी भूमि पर मिले, सप्लायर ने कहा सुधार के लिए आए है वाहन, कांग्रेस ने कचरा वाहनों की गुणवत्ता पर उठाए सवाल, नेता प्रतिपक्ष ने कहा नोडल अधिकारी ने खरीदी में किया भ्रष्टाचार

बालाघाट. नगरपालिका में रिक्शा कचरा वाहन में भ्रष्टाचार का मुद्दा कांग्रेस उठा रही है, नपा में नेता प्रतिपक्ष योगराज लिल्हारे ने स्वास्थ्य विभाग प्रभारी प्रिती घरते पर, गुणवत्ताहीन रिक्शा कचरा वाहन खरीदकर भ्रष्टाचार किए जाने का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है.  दरअसल, शनिवार को दोपहर 1 बजे, नपा के वार्डो में कचरा उठाने 8 रिक्शा कचरा वाहन, खराब हालत में नगरीय क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 11 हनुमान मंदिर के पीछे एक निजी भूमि पर पाए गए. जो सप्लायर, एम. एम. साल्युशन कंपनी के अभिषेक पटेल का प्लाट बताया जाता है, जहां कचरा वाहनों को सुधार के लिए लाए जाने की बात सप्लायर ने कही. कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष ने सवाल खड़े किए कि एक महिने में ही नए कचरा वाहन, कैसे खराब हो गए? उन्होंने कहा कि नपा ने वार्डो में सकरी गली के लिए में कचरा वाहन भेजने, जो रिक्शा कचरा वाहन खरीदे है, वह गुणवत्ताहीन है, जिनके वार्डो में कचरा उठाने भेजे जाने के बाद ही खराब हो गए. उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन के तहत स्वच्छता के लिए गुणवत्ताहीन वाहन खरीदी में भ्रष्टाचार का आरोप स्वच्छता नोडल प्रभारी प्रिती घरते पर लगाते हुए जांच की बात कही.

वही जिन वार्डो के रिक्शा कचरा वाहन, यहां पाए गए, उन वार्डो के पार्षद प्रतिनिधियों ने भी बिना जानकारी के रिक्शा वाहन को यहां ला लिए जाने की बात कही. पार्षद प्रतिनिधि पन्ना शर्मा, छबिराम नागेश्वर ने कहा कि उन्हें जानकारी ही नहीं है कि वार्ड के कचरा वाहन, यहां कैसे आ गए.  गौरतलब हो कि नगरपालिका ने 5 लाख रूपए में एम. एम. साल्युशन को 20, रिक्शा कचरा वाहन का ऑर्डर दिया है. जिसमें अभी सप्लायर अभिषेक पटले ने केवल 9 वाहन ही नगरपालिका को दिए है. जिसे नगरपालिका ने वार्डो में कचरा उठाने पहुंचाया तो वह एक-दो दिन में ही खराब हो गए. जिसको लेकर कांग्रेस अब नपा की सत्ताधारी भाजपा पर, स्वच्छता अभियान के नाम पर स्वच्छ भारत मिशन की राशि से गुणवत्ताहीन सामग्री क्रय कर बंदरबांट करने का आरोप लगा रही है. वहीं नपा उपाध्यक्ष योगेश बिसेन इस मामले में नपा का बचाव करते दिखाई दिए. उन्होंने कहा कि यदि सामग्री गुणवत्ताहीन है तो उसकी जांच कराई जाएगी. अभी उसे नपा ने कोई भुगतान नहीं किया है. सबसे खास बात यह है कि स्वच्छता प्रभारी प्रिती घरते, इस मामले में खामोश है, वह कुछ नहीं कह रही है, लेकिन सप्लायर एम. एम. साल्युशन के बालाघाट होने की जानकारी, जो उन्होंने मीडिया को दी थी, वैसी फर्म, बालाघट में कही नही है, सप्लायर अभिषेक पटले बताते है कि उनकी फर्म कटंगी में है, जिससे भी निविदा में फर्म का एड्रेस गलत डाला गया है या फिर नोडल अधिकारी, मीडिया को गुमराह कर रही है.


Web Title : RICKSHAW GARBAGE VEHICLE OF WARD FOUND ON PRIVATE LAND, SUPPLIER SAID VEHICLE HAVE COME FOR IMPROVEMENT, CONGRESS RAISED QUESTIONS ON THE QUALITY OF GARBAGE VEHICLE