विक्रम-एस के प्रक्षेपण में बालाघाट के युवा वैज्ञानिक सौरभ पटले ने दिया योगदान

बालाघाट. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान इसरो ने गत दिवस,  श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से प्राइवेट रॉकेट विक्रम-एस को प्रक्षेपित कर एक नए युग की शुरुआत की है. यह भारत की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है और इस उपलब्धि से मध्यप्रदेश का बालाघाट जिला भी जुड़ा है. 18 नवंबर 2022 को विक्रम-एस के प्रक्षेपण में बालाघाट जिले के युवा वैज्ञानिक सौरभ पटले का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है.  

इसरो जैसे नामी-गिरामी संस्थान में काम कर रहे जिले के युवा वैज्ञानिक सौरभ पटले के इस योगदान से जिले के अन्य छात्र-छात्राओं को अंतरिक्ष अनुसंधान के इस क्षेत्र में आगे आने की प्रेरणा मिलेगी. सौरभ पटले की इस उपलब्धि से बालाघाट जिले की जनता भी स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रही है. वैज्ञानिक सौरभ पटले जिला निर्वाचन कार्यालय बालाघाट से निर्वाचन पर्यवेक्षक के पद से सेवानिवृत्त हो चुके  देवेंद्र पटले के सुपुत्र हैं.

रॉकेट (विक्रम-एस) को हैदराबाद में स्थित स्काईरूट एयरोस्पेस कंपनी ने बनाया है. इस मिशन को ‘प्रारंभ’ नाम दिया गया है. राकेट विक्रम एस का प्रक्षेपण देश की स्पेस इंडस्ट्री में प्राइवेट सेक्टर के प्रवेश को नई ऊंचाइयां और नया आयाम देगा. रॉकेट का नाम ‘‘विक्रम-एस’’ भारत के महान वैज्ञानिक और इसरो के संस्थापक डॉ. विक्रम साराभाई के नाम पर रखा गया है.  18 नवंबर को श्रीहरिकोटा में केन्द्रीय कार्मिक राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह भी उपस्थित थे और उन्होंने इसरो के वैज्ञानिकों की टीम को इस सफलता और उपलब्धि के लिए बधाई दी.


Web Title : SAURABH PATLE, A YOUNG SCIENTIST FROM BALAGHAT, CONTRIBUTED TO THE LAUNCH OF VIKRAM S