वकील बताकर करता रहा महिला का दैहिक शोषण

विडियो बनाकर वसुले तीन लाख रूपये, महिला की शिकायत पर दुराचारी और सहयोगियों के खिलाफ मामला दर्ज

बालाघाट. कोतवाली पुलिस ने एक आदिवासी महिला की शिकायत पर स्वयं को वकील बताकर दैहिक शोषण करने वाले आरोपी युवक सागर मिश्रा और महिला को धमकाने मामले मंे अधिवक्ता राजेश और आरोपी सागर मिश्रा की मां के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज किया है.  

कोतवाली थाना प्रभारी विजयसिंह परस्ते की मानें तो नगरीय क्षेत्र के निर्मल नगर निवासी महिला ने 11 नवंबर को शिकायत दर्ज कराई कि कोर्ट में चल रहे प्रकरण के दौरान सागर मिश्रा नाम के एक युवक से उसकी मुलाकात हुई. जो स्वयं को वकील बताकर मदद करने की बात कहता रहता था. इस दौरान उससे बातचीत होने लगी. जिसका फायदा उठाकर युवक ने उसके साथ शरीरिक संबंध बनाये और उसका अश्लील विडियो बना लिया. जिसके बाद से युवक लगातार उसके धमकाते हुए उससे राशि वसुलने लगा. अब तक युवक उससे तीन लाख रूपये ले चुका है. जिसके बाद उसे पता चला कि वह वकील नहीं है. जब यह बात उसने की तो उसने अपनी वकील रिश्तेदार राजेश और अपनी मां के साथ आकर उसे धमकाया. जिसकी शिकायत पर पुलिस ने आरोपी सागर मिश्रा, वकील राजेश पाठक और आरोपी सागर मिश्रा मां के खिलाफ दुराचार, अपराधिक धारा और एससी,एसटी एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया है.

वकील राजेश और सागर मिश्रा ने साथियों के साथ घर में बरसाये पत्थर

वकील राजेश और सागर मिश्रा सहित 15-20 लोगों पर एक घर में जाकर घ्गाली, गल्लौच करने तथा घर में ईट फंेककर जान से मारने की धमकी देने के मामले में महिला कांतादेवी सुलके की शिकायत पर 147, 294, 336, 506 भादवि के तहत कोतवाली पुलिस ने एक और मामला दर्ज किया है. जिसमें कोतवाली थाना विजयसिंह परस्ते की माने तो आरोपी की धरपकड़ के प्रयास किये जा रहे है, जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जायेगा. वहीं पुलिस सूत्रों की मानें तो आरोपियों को पुलिस ने पकड़ लिया है. हालांकि पुलिस ने अभी आरोपियों की गिरफ्तारी से इंकार किया है. दूसरी ओर काला कोट पेंट पहनकर न्यायालय में घूमते हुए स्वयं को तथाकथित वकील बताने के मामले में जिला अधिवक्ता संघ भी सतर्क हो गया है और ऐसे तथाकथित लोगों की पहचान के लिए उसने आगामी समय में कुछ ठोस निर्णय लेने की बात कही है. जिला अधिवक्ता संघ जिलाध्यक्ष दिनेन्द्र ज. सोनवाने ने कहा कि जो युवक स्वयं को वकील बताकर महिला का शोषण किया है, उसका कोर्ट से किसी प्रकार का कोई संबंध नहीं है और न ही कोर्ट में वह मुंशी है. उन्होंने कहा कि इस तरह की जानकारी लगने के बाद भविष्य में ऐसा न हो, इसके लिए अधिवक्ता संघ निश्चित ही ठोस कार्यवाही करेगा और ऐसे संदिग्धों पर रोक लगाने का प्रयास करेगा.


Web Title : SOMATIC EXPLOITATION OF A WOMAN AS A LAWYER