बालाघाट. असत्य को सत्य बताने में तुले राशि दोगुना करने के मुख्य आरोपी सोमेन्द्र कंकरायने के कथित समर्थकों ने सैकड़ो मोटर सायकिल से बड़ी संख्या में पहुंचकर बालाघाट में अशांति फैलाने का प्रयास किया और कानून का विरोध करतेे हुए सोमेंन्द्र को रिहा करने की मांग को लेकर आक्रामक होकर राह चलते लोगों को रोककर जबरदस्ती चक्काजाम करने का प्रयास किया और पुलिस को निशाना बनाकर पत्थरबाजी की. जिसके बाद पुलिस ने कथित समर्थकों को खदेड़नेे के लिए आंसु गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया. सूत्रोे की मानें तो कथित समर्थकों के रूप मेें राशि दोगुना करने के बड़े कमीशन में काम करने वाले एजेंट थे. जो बड़े निवेशकों के प्रश्रय पर बालाघाट में पुलिस प्रशासन पर दबाव बनाने आये थे और यहां आकर ना केवल प्रदर्शनकारियों ने शहर में अशांति फैलानेे का प्रयास किया बल्कि सोमेन्द कंकरायने जिंदाबाद के नारे लगाकर आक्रामक तेवर भी दिखाये.
लांजी-किरनापुर से बड़ी संख्या में मोटर सायकिल में पहुंचे थे प्रदर्शनकारी
राशि दोगुना करने के मामले में पुलिस ने तीन अलग-अलग मामले दर्ज किये है लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा और समर्थन केवल और केवल सोमेन्द्र कंकरायने के साथ दिखाई दे रहा है. जो इस खेल का मास्टरमाईंड है. जिसके कथित समर्थन में बड़ी संख्या में मोटर सायकिल सेे लांजी-किरनापुर से युवा प्रदर्शनकारी बालाघाट पहुंचे थे. जहां उन्होेंने शहर के प्रमुख चौराहे जयस्तंभ चौक, काली पुतली चौक और आंबेडकर चौक मेें आक्रामक प्रदर्शन किया. आंबेडकर चौक मेें जबरदस्ती लोगों को रोककर उनका आवागमन बाधित कर जाम करने पर तुले प्रदर्शनकारियों द्वारा पुलिस वाहन को क्षति पहुंचाने का प्रयास करने और पत्थरबाजी करने के बाद पुलिस ने शहर की शांति और अघोषित प्रदर्शन को रोकने के लिए आंसु गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया.
भीड़ के माध्यम से सोमेन्द्र जिले में दिखा रहे ताकत
स्वयं को माई के भक्त बतानेे वाले सोमेन्द्र कंकरायने, जब से गिरफ्तार हुए है, तब से उनके नियम विरूद्ध काम करने के बाद भी बड़ी संख्या में लोगो का उन्हें समर्थन मिल रहा है. जिसमें राजनीति पार्टी के लोग भी शामिल है. जहां गत दिनोें सोशल मीडिया पर उसे विकासपुरूष और मसीहा बताने जैसी पोस्ट का उल्लेख करते हुए गुणगान किया किया गया. वहीं आज बड़ी संख्या में लांजी और किरनापुर क्षेत्र के नाबालिग और युवा, मोटर सायकिल से बालाघाट पहुंचे. लगातार सोशल मीडिया और आज इस प्रदर्शन के माध्यम से कानून के सामने आरोपी सोमेन्द्र कंकरायने अपनी ताकत दिखानेे का प्रयास कर रहे है. जिसका संदेश अच्छा नहीं जा रहा है.
पुलिस का सूचना तंत्र फेल
बड़ी संख्या में लांजी और किरनापुर क्षेत्र के नाबालिग और युवाओें द्वारा मोटर सायकिल से बालाघाट आने की सोशल मीडिया में वायरल होते मैसेज के बावजूद पुलिस के सूचना तंत्र, विरोध की गंभीरता को नहीं समझ सका. सोमेन्द्र कंकरायने के समर्थन में मोटर सायकिल लेकर बालाघाट तक प्रदर्शनकारी पहुंच गये. जबकि उन्हें वही रोका जा सकता था. जिससे जिले में इसके कारण घंटो तक लोगों को परेेशान नहीं होना पड़ता और प्रदर्शनकारी बालाघाट भी नहीं पहुंच पाते.
एडीआईजी ने संभाला मोर्चा
जेल के आसपास जयस्तंभ चौक, काली पुतली चौक और आंबेडकर चौक में राशि दोगुना करने के आरोपी सोमेन्द्र कंकरायने के समर्थको ने जमकर हंगामा मचाया, लेकिन बालाघाट के आंबेडकर चौक में आते-आते प्रदर्शनकारियो की भीड़ आक्रामक हो गई. यहां राह चलते लोगों को रोककर आवागमन को बाधित करने का प्रयास और पुलिस वाहन को क्षतिग्रस्त किये जाने के बाद पुलिस केे सब्र का बांध टूट पड़ा और पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आंसु गैस के गोले छोड़े और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग कर लाठीचार्ज किया. प्रदर्शनकारियों से सख्ती से निपटने पुलिस एडीआईजी, आशुतोष रॉय स्वयं मैदान में खड़े दिखाई दिये.
शहर में दो ओर से निकाला गया पैदल मार्च, हॉटलो में प्रदर्शनकारियों के बैठते पाये जाने पर भगाया
दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक प्रदर्शनकारियों ने शहर के प्रमुख मार्गो पर जमकर तांडव मचाकर शहर शहर में अशांति फैलाने का प्रयास किया. जिसका पुलिस ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए प्रदर्शनकारियो पर सख्ती दिखाकर उनके प्रदर्शन को छिन्न-भिन्न कर दिया. जिसकेे बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियोें को खोजने और शहरवासियो को सुरक्षा का भरोसा दिलाने को लेकर पुलिस ने फ्लैग मार्च निकाला. शहर में दो फ्लैग मार्च निकाला गया. एक फ्लैग मार्च काली पुतली चौैक से हनुमान चौक तक और दूसरा फ्लैग मार्च आंबेडकर चौक से हनुमान चौक तक निकाला गया. इस दौरान पुलिस ने मार्ग पर पड़ने वाले हॉटल और दुकानों की तलाशी ली और प्रदर्शनकारियों की तरह संदिग्ध नजर आ रहे लोगों को खदेेड़ा.
तो आरोपियों को बेल मंे हो सकती है दिक्कत
जिले में राशि के दोगुना करने के अवैध खेल के महारथियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश कर दिया है. जहां से माननीय न्यायालय ने आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर जेल भिजवा दिया है. जिसके बाद अब न्यायालयीन प्रक्रिया के तहत ही आरोपियों को बेल मिल सकती है, जिसमें पुलिस का अब कोई रोल नहीं है, लेकिन लगातार आरोपियों के कथित समर्थकों द्वारा ऐसा आक्रामक प्रदर्शन कर कानून व्यवस्था को खराब करने का प्रयास किया जाता है तो निश्चित ही इसका असर आरोपियों की जमानत पर पड़ेगा. जहां पुलिस आरोपियों के जेल जाने के बाद होने वाले प्रदर्शनो को माननीय न्यायालय में रखकर आरोपियों को जमानत देने पर साक्षियों को प्रभावित करने की बात कर जमानत का विरोध कर सकती है.
इनका कहना है
लांजी-किरनापुर क्षेत्र से आये आरोपियों के समर्थको ने आरोपियों को रिहा करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया है. न्यायालय मेें मामला जाने के बाद अब जमानत या आरोपी को छोड़े जाने की सारी प्रक्रिया न्यायालय से होगी. इसमें पुलिस की कोई भूमिका नहीं है, लेकिन कानून व्यवस्था को खराब करने वालो बख्शा नहीं जायेगा. वहीं इसका मैसेज भी आरोपियांे को जमानत मिलने पर पड़ेेगा. जब आरोपी के प्रदर्शनकारी ऐसा कर सकते है तो निश्चित ही आरोपी यदि जमानत पर रिहा होंगे तो साक्ष्य को प्रभावित करेंगे. जिला प्रशासन और हमारी अपील है कि निवेशक प्रकिया का पालन करें और चितिंत न हो, नियमानुसार निवेशक प्रशासन औैर पुलिस द्वारा खोली गई हेल्प डेस्क में निवेश से संबंधित अपनी जानकारी देे. निवेशकों का पैसा नियमानुसार उन्हें वापस लौटाया जायेगा.
समीर सौरभ, पुलिस अधीक्षक