सीएसपी और भाजपा प्रवक्ता के टकराव की उच्च न्यायिक जॉच हो-पं. सुधाकर शर्मा

बालाघाट. अखिल भारतीय प्रबुद्ध मंच के राष्ट्रीय संयोजक पं. सुधाकर शर्मा ने अभय कोचर के मामले पर संज्ञान लेते हुए प्रेस को बयान जारी कर बताया  कि भाजपा के प्रवक्ता से सीधे पंगा लेकर नगर पुलिस अधीक्षक कर्णिक श्रीवास्तव ने जो पुलिसिया दबंगी दिखाई है, उसकी जितनी भी सराहना की जाये,सो कम है. भाजपाइयों के पेट में दर्द की वजह यह नहीं है कि किसी भले आदमी के साथ नौकर शाह ने दबंगई दिखाई है, बल्कि दर्द यह है कि सत्ता धारी दल के जिला प्रवक्ता के साथ ऐसा दुर्व्यवहार किया गया है.

इसके पूर्व राह चलते व्यक्ति पर कलेक्टर दीपक आर्य द्वारा तमाचे जड़ने वाले वीडियो पर अगर इन सत्ता धारी दल के नेताओं की संवेदना जाग गयी होती तो आज कर्णिक श्रीवास्तव जैसे छोटे से अधिकारी की हिम्मत ही नहीं होती कि ऐसी अराजकता का परिचय देते !इसी तरह कॉग्रेसी नेता विशाल बिसेन भी प्रशासनिक क्रूरता के शिकार हुए थे, उनके कार्यालय के सामने जेसीबी मशीन से अतिक्रमण के बहाने हरे भरे पनपते पेड़ों को उखाड़ फेंकने की घटना भी चर्चा में रही थी. तब अगर इन सत्ता धारी नेताओं की संवेदना जाग गयी होती तो प्रशासन पर कुछ अंकुश लगता!अभी भी संवेदना सोयी पड़ी है. अभय कोचर जो कि सत्ता धारी दल के प्रवक्ता कहलाते हैं, अर्थात जिले में सत्ता पार्टी के मुॅह पर तमाचा जड़ा गया है. पार्टी का नेतृत्व मौन है! वरना तत्काल प्रभाव से कर्णिक श्रीवास्तव को निलंबित कर न्यायिक जॉच की कार्रवाई शुरू कर दी जाती! ऐसा प्रतीत होता है कि प्रशासनिक कुॅए में भ्रष्टाचार की भॉग घोल दी गयी है ! सब के सब सत्ता और शक्ति के मद में चूर हैं ! वरना सॅपोलों की जॉच अजगरों से नहीं करायी जाती ! अगर एसपी की प्रशासनिक पकड़ अच्छी होती तो कर्णिक श्रीवास्तव या उनका कथित तौर पर प्रचारित रीडर इतना जोखिम उठाने का दुस्साहस दिखाते ? सवाल व्यक्ति गत नहीं, व्यवस्था गत है ! महत्वपूर्ण सवाल तो यह है कि गणेश विसर्जन के विवाद में यदि अभय कोचर जन सामान्य को प्रशासनिक कार्रवाई के विरुद्ध भड़का रहे थे और इसी विषय पर कर्णिक श्रीवास्तव एवं अभय के मध्य तीखी नोंकझोंक हुई तब उसी समय अभय के विरुद्ध प्रशासकीय कार्य में बांधा पहुॅचाने का मामला कायम क्यों नहीं किया गया. जाने-माने कवि- साहित्यकार और अखिल भारतीय प्रबुद्ध मंच के राष्ट्रीय संयोजक पं. सुधाकर शर्मा ने कहा कि वे न केवल अभय कोचर के साथ घटी घटना पर वरन् ऐसी प्रत्येक अवांछनीय क्रूर अराजक घटना की निंदा कर लोक जागरण का आह्वान करते हैं.


Web Title : THE CLASH BETWEEN THE CSP AND THE BJP SPOKESPERSON WAS HIGH JUDICIAL INQUIRY BY THE HONL. SUDHAKAR SHARMA