वनविकास निगम की वित्तिय हालत खराब, निकाले गए श्रमिकों ने खटखटाया कलेक्टर का दरवाजा, कहा कैसे करें परिवार का पालन और बच्चों को कराए पढ़ाई

बालाघाट. जिले में लामता वनविकास निगम परियोजना मंडल की वित्तिय हालत खराब है, यही वजह बताकर, निगम ने जिले के 16 रेंज में कार्यरत, तकरीबन 25 सुरक्षा श्रमिको को 1 मई से, काम से बंद कर दिया है. जिससे सुरक्षा श्रमिको में नाराजगी है. हालांकि निगम की वित्तिय हालत को निगम के परियोजना अधिकारी डेविड चिनाब भी स्वीकारते है.  दरअसल, 1 मई से जिले के 16 रेंज क्षेत्रो में ईमारती पेड़ो के रोपण, अग्निसुरक्षा, वन्यप्राणियों की सुरक्षा, अवैध उत्खनन सहित अन्य वानिकी सुरक्षा कार्यो में लगे तकरीबन 25 सुरक्षा श्रमिकों को बिना कोई पूर्व सूचना के रेंज अधिकारियों ने यह कहकर काम से बंद कर दिया कि निगम की वित्तिय हालत खराब होने से उनके पारिश्रमिक भुगतान की समस्या है. जिसके कारण काम से बंद किया जाता है.  

जिससे, सालों से निगम के अंतर्गत विभिन्न रेंजो में काम कर रहे सभी 26 सुरक्षा श्रमिक, बेरोजगार हो गए है. जिनके सामने अब परिवार के जीविकोपार्जन से लेकर बच्चो की पढ़ाई की चिंता, मुंह फाड़े खड़ी है. वह लगातार जनसुनवाई में शिकायत लेकर आ रहे है लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है. जिसके चलते, अब श्रमिकों ने आंदोलन की चेतावनी दी है.  दूसरी बार जनसुनवाई में अपनी व्यथा लेकर पहुंचे सुरक्षा श्रमिक टेकचंद भुर्रे ने बताया कि वित्तिय हालत खराब होने की बात कहकर, निगम से 25 श्रमिको को बंद कर दिया गया है, लेकिन नए सुरक्षा श्रमिकों को भर्ती किया जा रहा है. यही नहीं श्रमिक टेकचंद भुर्रे ने बताया कि निगम में ही स्थापना शाखा, राजस्व, व्यय शाखा एवं संभागीय कार्यालय में कई सेवानिवृत्त कर्मचारियों को कलेक्टर रेट में भुगतान देकर रखा गया है, जिससे निगम का अतिरिक्त पैसा बर्बाद हो रहा है. शासन के नियमों को दरकिनार कर लाभ दिया जा रहा है. जो श्रमिकों के साथ अन्याय है. यदि हमें काम पर नहीं लिया जाता है तो हम आंदोलन के विवश होंगे.  लामता परियोजना मंडल अधिकारी डेविड चिनाब ने बताया कि निगम की वित्तिय हालत खराब होने के कारण श्रमिकों के पारिश्रमिक भुगतान का पैसा नहीं आ पा रहा है. जैसे ही वित्तिय हालत सुधरेंगे, श्रमिकों को काम पर वापस ले लिया जाएगा. उन्होंने बताया कि वानिकी के अन्य कार्यो में यदि श्रमिक काम करना चाहते है तो वह काम कर सकते है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि नए श्रमिकों को रखने जैसे कोई बात नहीं है, जो कार्यो को गुणवत्तापूर्ण करेगा, उसे रखा जाएगा.


Web Title : THE FINANCIAL CONDITION OF THE FOREST DEVELOPMENT CORPORATION HAS DETERIORATED, THE FIRED WORKERS KNOCKED ON THE DOOR OF THE COLLECTOR