तो ठप्प हो जायेगी भंडारण और वितरण का काम, नॉन और वेयर हाउसिंग एवं लॉजिस्टिक कार्पोरेशन की अनिश्चितकालीन हड़ताल आज से

बालाघाट. मध्यप्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम एवं मध्यप्रदेश वेयर हाउसिंग एवं लॉजिस्टिक कार्पोरेशन अधिकारी, कर्मचारी संयुक्त मोर्चा की 7 सूत्रीय मांगो के सरकार द्वारा निराकरण नहीं किये जाने से व्यथित संगठन ने आज 12 सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान कर दिया है. जिससे पूरे प्रदेश सहित बालाघाट जिले में भंडारण और वितरण की समस्या खड़ी जायेगी. जिसका सीधा असर सार्वजनिक वितरण प्रणाली और धान की मिलिंग पर होगा.

गौरतलब हो कि 28 अगस्त को मध्यप्रदेश नागरिक आपूर्ति निगम और एमपी वेयर हाउसिंग एंड लाजिस्टिक कार्पोरेशन के अधिकारियों और कर्मचारियों ने शासन द्वारा बढ़ाई गई 60 से 62 वर्षीय सेवानिवृत्ति का लाभ देने, 27 महिने के रूके सातवे वेतमान के एरियर्स के भुगतान और अल्प मानदेय में काम कर रहे आउटसोर्स के कर्मचारियों को नियमित करने एवं उनका वेतन निर्धारण करने जैसी प्रमुख मांगो को लेकर एक दिवसीय सांकेतिक कामबंद हड़ताल की थी.

जिससे जिले में खाद्यान्न से संबंधित वितरण और भंडारण का कार्य पूरी तरह से बंद रहा. वहीं आज 12 सितंबर से अधिकारी, कर्मचारियों ने अपनी समस्या के निराकरण नहीं होने पर प्रांतीय आव्हान पर अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान कर दिया है.   

मध्यप्रदेश नागरिक आपूर्ति निगम और एमपी वेयर हाउसिंग एंड लाजिस्टिक कार्पोरेशन के अधिकारियों और कर्मचारियों का नेतृत्व कर रहे नागरिक आपूर्ति निगम प्रभारी प्रबंधक आर. के. सोनी ने बताया कि प्रदेश के सभी विभागो में सेवानिवृत्त आयु 60 से 62 वर्ष कर कर दी गई है, लेकिन प्रदेश सरकार को सबसे ज्यादा राजस्व देने वाले मध्यप्रदेश नागरिक आपूर्ति निगम और एमपी वेयर हाउसिंग एंड लाजिस्टिक कार्पोरेशन के अधिकारियों और कर्मचारियों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है. यह प्रदेश में मध्यप्रदेश नागरिक आपूर्ति निगम और एमपी वेयर हाउसिंग एंड लाजिस्टिक कार्पोरेशन के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ भेदभाव है. इसके अलावा दोनो ही विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियो की 27 महिने का सातवे वेतनमान का भुगतान अब तक नहीं किया गया है. जिससे अधिकारी और कर्मचारियों को आर्थिक रूप से परेशान होना पड़ रहा है. श्री सोनी ने बताया कि इसके अलावा विभागों में आउटसोर्स से डाटा इंट्री ऑपरेटरों को रखा गया है, जिन्हंे घंटो काम करना पड़ता है ठेकेदारी प्रथा के तहत रखे गये कर्मियों को कम मानदेय दिया जा रहा है जिससे वह आर्थिक रूप से शोषण का शिकार हो रहे है.  

उन्होने बताया कि प्रदेश इकाई के आव्हान पर प्रदेश के पूरे जिले सहित बालाघाट में सभी कार्यरत 80 अधिकारी और कर्मचारियों ने 28 अगस्त को एक दिवसीय सांकेतिक हड़ताल की थी. जिसके बाद आज 12 सितंबर से प्रांतीय आव्हान पर पूरे अधिकारी और कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे है. जिससे सार्वजनिक वितरण प्रणाली और मिलिंग कार्य पर इसका असर पड़ेगा. उन्होंने बताया कि जब तक सरकार हमारी मांगो पर ध्यान नहीं देती है तब तक आंदोलन जारी रहेगा.   

संयुक्त मोर्चा समिति के प्रांतीय आव्हान पर आज से प्रारंभ हो रहे अनिश्चितकालीन हड़ताल आंदोलन में साथियों से एकजुटता की अपील अधिकारी एवं कर्मचारी जिला प्रबंधक आर. के. सोनी, सहायक प्रबंधक सुनील खरे, नागेश उपाध्याय, राकेश सोने, मुकेश कन्हेरिया, आरती सहारे, नंदकिशोर तेलासे, आर. के. बैरागी, लोचनसिंह टेंभरे, दुर्गेश बैस, निमेश भज्जे, श्रीमती शारदा मेश्राम, श्रीमती अंजु बागड़े, मोहित बोहने, अनिल यादव, पी. एन. दुबे, रश्मि सदाफल, दिनेश भज्जे, राहुल बैरागी, श्रीमती रितु हिरकने, कमलकांत सिरसाठे, रामदास पाटिल, श्रीमती रविन्द्रा चौहान, मुकेश धर्ते सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारियों ने की है.


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