आकाशवाणी केन्द्रों की शोषित-पीड़ित महिला कैजुअल कर्मिंयों ने उठाई आवाज, दिल्ली आंदोलन में बालाघाट आकाशवाणी के कैजुअल कर्मी रहे मौजूद

बालाघाट. वर्षों से आकाशवाणी महानिदेशालय के निरंकुश अधिकारियों ने अपनी मनमानी से, आकाशवाणी केन्द्रों के कैजुअल अनाऊंसर एंड कॉम्पीयर्स का शोषण किया और उन्हें केन्द्रों से बाहर करके उनकी आवाज को दबाया है. इसी निरंकुशता के विरोध में ऑल इंडिया कैजुअल अनाउंसर एंड कॉम्पीयर्स यूनियन(रजिस्टर्ड)नई दिल्ली द्वारा 13 सितम्बर को आकाशवाणी महानिदेशालय और महिला आयोग के समक्ष पुरजोर धरना-प्रदर्शन किया गया. जिसमें बालाघाट जिले के आकाशवाणी केन्द्र के केजुअल एनाउंसर भी शामिल हुए. बालाघाट से केजुअल एनाउंसर निशांतसिंह बैस, डॉ. रिजवाना खान, कम्पेयर सुधीर मेश्राम और कमल सुल्ताना ने आंदोलन में हिस्सा और अपने हक और अधिकार के लिए पूरे देश के साथियों के साथ आवाज बुलंद की गई.

आंदोलन में शामिल यूनियन की महासचिव डॉ. शबनम खानम ने कहा कि आकाशवाणी महानिदेशालय और केन्द्रों के अधिकारियों द्वारा पीड़ित कैजुअल अनाउंसर, कॉम्पीयर्स महिलाओं ने महिला आयोग में कई बार लिखित पत्रों और महिला आयोग अध्यक्ष से मिलकर गुहार लगाई थी मगर आज तक आयोग ने आरोपी अधिकारियों के विरूद्ध कोई ठोस कार्यवाई नहीं की और ना ही अधिकारियों ने पीड़ित महिला कैजुअलकर्मिंयों की ड्यूटी शुरू की इसलिए देशभर की समस्त पीड़ित महिला कैजुअलकर्मिंयों ने महिला आयोग के सामने धरना-प्रदर्शन करके अपना रोष प्रकट किया और महिला आयोग को दोषी अधिकारियों के विरूद्ध ठोस कार्यवाही करने का आह्वान किया.  

इसके बाद आयोग ने बातचीत के लिए यूनियन के एक प्रतिनिधि मण्डल को आमन्त्रित किया जिसमें यूनियन महासचिव शबनम खानम व उपाध्यक्ष संज्ञा टण्डन की अगुवाई में पीड़ित महिलाओं का एक प्रतिनिधि मण्डल महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा से मिला. उन्होंने आश्वासन दिया कि अगले महीने आकाशवाणी महानिदेशालय को तलब कर मुआमले की पुनः सुनवाई की जाएगी और पीड़ित महिलाओं के साथ-साथ आरोपी अधिकारियों को बाकायदा समन भेजकर बुलाया जाएगा और पीड़ित महिलाओं को यथासंभव राहत दिलाने के लिए महानिदेशालय को निर्देशित किया जाएगा.                                                      

यूनियन अध्यक्ष हरिकृष्ण शर्मा ने कहा कि महिला आयोग के साथ-साथ कैजुअलकर्मिंयों ने अपने नियमितिकरण,कोर्ट गए कैजुअल कर्मिंयों की बन्द ड्यूटीज समान रूप से शुरू करने और ड्यूटी की फीस बढ़ोतरी जैसी कई जायज माँगों को लेकर यूनियन द्वारा आकाशवाणी महानिदेशालय के सामने एकदिवसीय सांकेतिक धरना-प्रदर्शन किया. जिन्होंने महानिदेशालय एडीजी संगीता गोयल से मुलाकात करने के संदेश को यूनियन ने ठुकरा दिया. साथ ही चेताया कि अगले कुछ दिनों में महानिदेशालय के सामने अनिश्चितकालीन धरना एवं क्रमिक भूख हड़ताल की जायगी.


Web Title : THE VOICES RAISED BY THE EXPLOITED WOMEN CASUAL WORKERS OF ALL INDIA RADIO STATIONS WERE THE CASUAL PERSONNEL OF BALAGHAT ALL INDIA RADIO IN THE DELHI MOVEMENT.