ट्रेक्टर की चपेट में आये महेश कुर्वे की दर्दनाक मौत.ट्रेक्टर मालिक के घर के सामने शव रखकर ग्रामीण और परिजनों ने की मुआवजा की मांग

लालबर्रा. बिते बुधवार की शाम 7 बजें देवरी की अमराई के पास ट्रेक्टर ट्राली की चपेट में आने से मोटर सायकिल चालक की मौत हो गई. जानकारी अनुसार खिर्री निवासी 34 वर्षीय मृतक महेश पिता थानसिंह कुर्वे प्रतिदिन की तरह मिस्त्री काम पर गया था, जो देर शाम 6-बजे के आसपास अपने घर ग्राम खिर्री की ओर लौट रहा था. इसी दौरान देवरी अमराई के पास मोड़ पर तेज रफ्तार से आ रहे ट्रेक्टर की चपेट में आने से उसकी मौकास्थल पर ही मौत हो गई. बताया जा रहा है कि मृतक महेश के परिवार में बूढ़े मां बाप, पत्नी एवं दो छोटे-छोटे बच्चे हैं.  

घटना के बाद से पूरे गांव में मातम का माहौल निर्मित हो गया और देखते ही देखते 2 सैकड़ा से भी अधिक लोगों की भीड़ घटनास्थल पहुंच गई. जिसके बाद ग्रामीणों को घटनास्थल से 1 किलोमीटर दूर खेत में ट्रेक्टर रखे होने की जानकारी प्राप्त हुई तो ग्रामीणों का हुजूम ट्रैक्टर को देखने पहुंचा तो पाया कि ट्रैक्टर चालक या मालक द्वारा साक्ष्य मिटाने की मंशा से ट्रैक्टर में लगे खून वाले भाग को पानी से मिटाया गया था. वही ट्रेक्टर में ही एक चिट्ठी रखी थी. जिसमें दीपक गोयल का नाम लिखा था. जिसको आधार मानकर आक्रोशित ग्रामीण दीपक गोयल की गिरफ्तारी एवं ट्रेक्टर जब्ती की मांग करने लगे. खेत में संदिग्ध स्थिति में खड़े ट्रेक्टर की जानकारी मिलने पर उपनिरीक्षक संदीप सिंह मंगोलिया हमराह स्टाफ ने मामले की गंभीरता को देखते हुए उक्त ट्रेक्टर थाना परिसर में लाकर खड़ा करवा दिया है. साथ ही गुरुवार की सुबह 10 बजें मृतक का शव की पंचनामा कार्यवाही कर पोस्टमार्टम करवाकर शव को अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया.  

ट्रेक्टर मालिक के घर के सामने शव रखकर परिजनों ने किया विरोध प्रदर्शन

अंतिम संस्कार से पूर्व मृतक के शव को ट्रेक्टर मालिक के घर के सामने रखकर ग्रामीणों और परिजनों ने मुआवजा की मांग की और विरोध प्रदर्शन करने लगे. बताया जा रहा है कि ट्रेक्टर मालिक द्वारा मृतक के परिजनों को मुआवजे राशि देने की बात बुधवार की रात में घटना के बाद कही गई थी, किंतु गुरुवार की सुबह 11 बजे मृतक का शव ग्राम में पहुंचा तब ग्रामीणजनों ने मुआवजा राशि दिये जाने की बात कही गई तो ट्रेक्टर मालिक द्वारा उक्त मुआवजा राशि देने सेेे इंकार कर दिया गया. जिसके बाद परिजन एवं ग्रामीणजन आक्रोशित हो गये और शव को रखकर विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. विरोध प्रदर्शन करीब 2 घंटे तक चलता रहा. जिसकी जानकारी मिलने के बाद तहसीलदार इंद्रसेन तुमराली एवं थाना प्रभारी रघुनाथ खातरकर हमराह स्टॉफ के साथ घटनास्थल पहुंचे और आक्रोशित परिजनों एवं ग्रामीणजनों को समझाने का प्रयास किया. किंतु आक्रोशित भीड़ अपनी मांगों पर अड़ी रही. विरोध कर रहे ग्रामीण और परिजनों ने कहा कि जब तक ट्रेक्टर मालिक द्वारा मुआवजे की राशि नहीं दी जाती, तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जायेगा. जिसे देखने के बाद प्रशासनिक अमले ने आक्रोशितजनों को समझाने का प्रयास किया गया और ट्रेक्टर मालिक से चर्चा कर मुआवजे की राशि दिये जाने की बात कही. जब मुआवजा की राशि 1 लाख रूपये दी गई, तब कहीं जाकर विरोध शांत पड़ा और मृतक का अंतिम संस्कार किया गया.  

हादसे ने बच्चों के सिर से साया तो बुढ़े माता-पिता का छीना सहारा 

ग्राम खीर्री निवासी मृतक महेश कूर्वे मजदूरी कर अपने परिवार का पालन-पोषण करता था और उनके दो मासूम बच्चे है जो शासकीय प्राथमिक शाला खीर्री में अध्यनरत है. 11 वर्षीय पुत्र आरशू कुर्वे कक्षा चौथी में तो 7 वर्षीय पुत्री रीना कुर्वे कक्षा तीसरी में अध्ययनरत है. हादसे ने उनका साया छिन लिया तो वहीं पत्नी कविता गृहणी के साथ ही मजदूरी कार्य करती है. मृतक के परिवार में उसके बूढ़े माता-पिता, पत्नी एवं दो बच्चे सहित 6 सदस्यीय परिवार है. जिनका भरण पोषण का सहारा केवल महेश था. जिसकी मृत्यु हो जाने से अब परिवार का भरण पोषण पर संकट खड़ा हो गया है, ऐसे में छोटे दो बच्चे, बूढ़े मां बाप का सहारा कौन बनेगा, यह बड़ा सवाल है.

5 घंटे घटनास्थल पर पड़ा रहा शव, वाहन के लिए भटकते रहे परिजन

बुधवार की शाम 7 बजे ट्रेक्टर की टक्कर से 35 वर्षीय महेश कुर्वे की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. घटना के बाद शव को लाने के लिए कोई वाहन उपलब्ध नहीं होने से करीब 5 घंटे तक मृतक का शव घटनास्थल पर ही पड़ा रहा. परिजनो को किसी वाहन की मदद नहीं मिलने से पांच घंटे बाद मृतक का शव 100 डायल की सहायता से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लालबर्रा लाया गया. इस शव वाहन की कमी खलती रही, जिसके कारण घंटो परिजनों को इंतजार करना पड़ा.  

गौरतलब हो कि लालबर्रा क्षेत्र विधानसभा बालाघाट 111 के अंतर्गत आता है और लालबर्रा जनपद क्षेत्र के अंतर्गत 77 पंचायतों के 104 ग्राम आते हैं. इतना बड़ा क्षेत्र होने के बावजूद भी वर्तमान समय तक शव वाहन, आगजनी होने पर दमकल वाहन, स्वास्थ्य केंद्र में महिला चिकित्सक की कमी क्षेत्रवासियों को हमेशा खलती रहती है. जबकि बालाघाट विधानसभा क्षेत्र से एक बार के सांसद, पांच बार के विधायक और तीन बार के केबिनेट मंत्री गौरीशंकर बिसेन लंबे समय से लालबर्रा बालाघाट विधानसभा का प्रतिनिधित्व कर रहे है जो कद्दावर नेता कहलाते हैं और उनके सहयोगी जनप्रतिनिधियों द्वारा मंच से उन्हें गरीबों का मसीहा, विकास पुरुष के नाम से जनता के बीच कहा जाता है किन्तु धरातल पर ऐसा कुछ भी नजर नहीं आ रहा हैं. क्षेत्रीयजनों ने जिला प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों से मांग की है कि नगर मुख्यालय में शव वाहन, दमकल वाहन एवं महिला चिकित्सक की नितांत आवश्यकता है. जिसे शीघ्रताशीघ्र पूर्ण किया जाये.

इनका कहना है.

ट्रेक्टर की टक्कर से खिर्री निवासी महेश की मृत्यु हो गई है. ट्रेक्टर चालक के विरुद्ध भादवी की धारा 304,279 के तहत् अपराध पंजीबद्ध कर मामले को जांच में लिया गया हैं.

रघुनाथ खातरकर, थाना प्रभारी लालबर्रा


Web Title : TRAGIC DEATH OF MAHESH KURVE, WHO WAS HIT BY TRACTOR, DEMANDED COMPENSATION FOR RURAL AND FAMILY MEMBERS BY PLACING BODIES IN FRONT OF TRACTOR OWNERS HOUSE