आदिवासी विकास परिषद ने की विश्व आदिवासी दिवस पर राजकीय अवकाश घोषित करने की मांग

बालाघाट. आगामी 09 अगस्त को मनाए जाने वाले विश्व आदिवासी दिवस को राजकीय अवकाश घोषित किए जाने की मांग आदिवासी विकास  परिषद ने की है.  मंगलवार 30 जुलाई को अपर कलेक्टर को आदिवासी विकास परिषद के प्रतिनिधियों ने राष्ट्रपति, राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. जिसमें बताया गया कि 09 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस, आदिवासी समाज पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाता है. जिसमें सभी वर्गो के लोग शामिल होते है. आदिवासियों के अधिकारो का संरक्षण और प्रथा कायम कर रहे, इसका संदेश दिया जाता है. चूंकि प्रदेश में आदिवासी समाज की संख्या लगभग 21 प्रतिशत है, बावजूद इसके इस समुदाय के महापुरूषों की जयंती एवं त्यौहार को मनाने के लिए प्रदेश शासन ने आजादी के बाद से वर्तमान तक कोई अवकाश घोषित नहीं किया है. जिससे स्पष्ट है कि सरकार दोहरा रवैया अपना रहा है. हमारी मांग है कि आदिवासियों की भावना और सम्मान का ध्यान रखते हुए आदिवासी समाज के महापुरूषों तथा स्वतंत्रता आंदोलन के महानायक की जयंती तथा विश्व आदिवासी दिवस 09 अगस्त को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाए. यदि सरकार ऐसा नहीं करती है तो मजबूरन आदिवासी समाज आंदोलन के लिए बाध्य होगा.  प्रशासन को विश्व आदिवासी दिवस पर अवकाश घोषित करने की मांग को लेकर आदिवासी विकास परिषद अध्यक्ष दिनेश धुर्वे, युवा अध्यक्ष शुभम उईके, संदीप खांडेकर, संजय धुर्वे, यश अड़मे, रूपलाल धुर्वे, राकेश मेरावी, राजेन्द्र उईके, निलेन्द्र मेरावी, मुकेश सैयाम सहित अन्य पहुंचे थे.  


Web Title : TRIBAL DEVELOPMENT COUNCIL DEMANDS TO DECLARE WORLD TRIBAL DAY A STATE HOLIDAY