भारत माता की आरती के साथ मनाया गया महिलाओं के सौभाग्य का प्रतीक हल्दी कुमकुम, भारतीय संस्कृति में सौभाग्य का प्रतीक है हल्दी कुमकुम-भारती ठाकुर

बालाघाट. भारतीय संस्कृति में किसी भी पर्व और त्यौहार को लेकर हिंदू परंपराएं और मान्यताएं जुड़ी हुई हैं वहीं वर्ष के पहले त्यौहार मकर संक्रांति के साथ से महिलाओं द्वारा मनाया जाने वाला त्यौहार हल्दी-कुमकुम भारतीय संस्कृति मेंमहिलाओं के सौभाग्य का प्रतीक है. मकर संक्रांति पर सूर्य के उत्तरायण होने के साथ ही प्रारंभ हुआ महिलाओं के सौभाग्यका यह पर्व विशेष महत्व रखता है. कहा जाता है कि हल्दी-कुमकुम मनाने की शुरूआत पेशवा साम्राज्य के दौरान हुई. तात्कालीन समय में जब पुरूष युद्ध लड़ने चले जाते थे और वर्षों तक घर नहीं लौटते थे, साथ ही महिलाएं घर से नहींनिकल सकती थी इसीलिए हल्दी-कुमकुम त्यौहार के माध्यम से महिलाएं मिलकर हल्दी-कुमकुम का आयोजन करती थीजिसमें वे एक-दूसरे को उपहार स्वरूप श्रृंगार की सामग्री, कपड़े भेंट करती थी, वहीं वर्तमान समय में हल्दी-कुमकुम उसीपरंपरा को आगे बढ़ाते हुए महिलाएं सौभाग्य के प्रतीक के रूप में पर्व को मना रही हैं.  

हमारी मान्यता यह भी है कि परिवारकी सुख-समृद्धि और पति की दीर्घायु सहित मंगल कामना के भाव से महिलाएं इस व्रत पूजन और आयोजन को करती हैं. मकर संक्रांति के  बाद से संपूर्ण एक माह महिलाओं द्वारा हल्दी-कुमकुम कार्यक्रम मनाया जाता है इसी क्रम में समाजसेवी महिला नेत्री श्रीमती भारती ठाकुर द्वारा शनिवार 22 जनवरी को महिलाओं के सौभाग्य का प्रतीक हल्दी कुमकुमकार्यक्रम का वृहद आयोजन निजनिवास भटेरा चौकी में किया गया. जहां महिलाओं ने हर्षोल्लास से हल्दी कुमकुम कार्यक्रम मनाया.  

उल्लेखनीय हो कि बीते वर्षों से हल्दी कुमकुम कार्यक्रम का आयोजन महिला नेत्री भारती सुरजीतसिंह ठाकुर द्वारा प्रभुश्रीराम की नगरी अयोध्या में प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण के भाव संकल्प के साथ किया जा रहा है जिसके निर्माणकार्य प्रारंभ होने के उल्लास को महिलाओं के हल्दी कुमकुम कार्यक्रम में देखा गया. वहीं भारत माता परम वैभव पर पहुंचेइस संकल्प के साथ हल्दी कुमकुम की शुरूआत भारत माता की आरती के साथ की गई जिसके बाद महिला नेत्री श्रीमतीभारती ठाकुर ने आमंत्रित महिलाओं के माथे पर हल्दी कुमकुम का टीका लगाकर सौभाग्य का प्रतीक पर्व मनाया.  

इस अवसर पर श्रीमती भारती ठाकुर ने कहा कि श्रीराम मंदिर निर्माण संकल्प को लेकर महाजनसंपर्क अभियान के अंतर्गतजनजागरण के लिए तथा वर्ष के प्रथम त्यौहार मकर संक्रांति के बाद से हल्दी कुमकुम का त्यौहार मनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हल्दी कुमकुम कार्यक्रम महिलाओं के सौभाग्य का प्रतीक है तथा महिलाओं में उत्साह और उमंग के संचारके लिए आयोजन किया गया.


Web Title : TURMERIC KUMKUM, A SYMBOL OF WOMENS GOOD FORTUNE CELEBRATED WITH BHARAT MATAS AARTI, IS A SYMBOL OF GOOD FORTUNE IN INDIAN CULTURE HALDI KUMKUM BHARATI THAKUR