अपनी सुरक्षा के साथ कोविड मरीजों के उपचार की जिम्मेदारी भी निभायें डॉ.-मंत्री कावरे,काम नहीं करने वाले डॉ. का होगा रजिस्ट्रेशन निरस्त, जिले में 30 तक कोरोना कर्फ्यु

बालाघाट. राज्यमंत्री एवं जिले के कोविड प्रभारी मंत्री रामकिशोर नानो कावरे ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ जिला चिकित्सालय के डॉक्टर्स की बैठक लेकर कोरोना रोकथाम के कार्यों की समीक्षा की. बैठक में कलेक्टर दीपक आर्य, पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी, अपर कलेक्टर फ्रेंक नोबल ए, सहायक कलेक्टर दलीप कुमार, बालाघाट एसडीएम के. सी. बोपचे, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज पांडेय, प्रभारी सिवल सर्जन डॉ. निलय जैन, तहसीलदार रामबाबू देवांगन, डॉ. पंकज महाजन, डॉ. तिड़गाम एवं महिला चिकित्सक उपस्थित थी. इस बैठक में वारासिवनी, बैहर, कटंगी, लांजी एवं किरनापुर के एसडीएम वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से उपस्थित थे.

काम नहीं करने वाले डाक्टर का रजिस्ट्रेशन निरस्त किया जायेगा

मंत्री कावरे ने बैठक में सभी अधिकारियों एवं चिकित्सकों से कहा कि शासन प्रशासन कोरोना मरीजों के उपचार के लिए अधोसंरचना, दवायें, उपकरण, आक्सीजन एवं अन्य जरूरी सुविधायें उपलब्ध कराने में जुटा है. बालाघाट जिले में कोविड के मरीजों के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं का लगातार विस्तार किया जा रहा है, लेकिन इतना सब होने के बाद भी डॉ. एवं पैरामेडिकल स्टॉफ कोरोना संक्रमित मरीजों की ठीक से देखभाल न करें और उन्हें सही उपचार न दे सकें तो यह एक चिंतनीय स्थिति है. बालाघाट जिले में ऐसी स्थिति को कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. सभी अधिकारी एवं डॉ. गंभीर होकर सकारात्मक सोच के साथ कार्य करें. डॉ. एवं स्वास्थ्य विभाग का अमला आपदा एवं महामारी की ऐसी कठिन परिस्थितियों में ठीक से काम नहीं करेंगें तो उनके विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी. हम जनता को मरने नहीं देंगें. जो डॉ. एवं स्टाफ अच्छा काम करेगा उसे पूरा प्रोत्साहन एवं सहयोग मिलेगा. कोरोना ड्यूटी के आदेश का पालन नहीं करने वाले डॉ. का पंजीयन निरस्त करने की कार्यवाही की जायेगी.

दवाओं की कालाबाजारी न होने दें

मंत्री कावरे ने बैठक में अधिकारियों से कहा कि जिले में कोरोना के उपचार में काम आने वाली दवाओं एवं रेमडीसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी नहीं होना चाहिए. अधिकारी दवाओं की कालाबाजारी को रोकने के लिए सख्त कदम उठायें और निरंतर छापामार कार्यवाही करें. सभी एसडीएम जिला स्तर की तरह अनुविभाग स्तर पर भी कोविड कंट्रोल सेंटर बनायें और होम आईसोलेशन में रखे गये कोरोना संक्रमित मरीजों से मोबाईल एवं वीडियो काल के माध्यम से संपर्क बनाये रखें. जिले में कोरोना के मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण 30 अप्रैल तक कोरोना कर्फ्यु रखना है. गांव, ग्राम पंचायत एवं मोहल्लों से लोगों को कोरोना कर्फ्यु के दौरान बाहर न निकलने दें. बहुत जरूरी हो तभी लोग घर से बाहर निकलें. गांव में बाहर से आये प्रत्येक व्यक्ति को कम से कम 10 दिनों के लिए कोविड आईसोलेशन सेंटर में रखना है.

मंत्री कावरे ने कहा कि जिले के ग्रामीण व नगरीय क्षेत्रों में 30 अप्रैल तक मेरा घर, मेरा मोहल्ला, मेरा गांव, मेरा शहर बंद रखने एवं उसका कड़ाई से पालन कराने की जिम्मेदारी प्रशासन के साथ ही सामाजिक संस्थाओं की भी है. उन्होंने कहा कि जिले में कोविड टेस्ट की संख्या बढ़ाई जाये और सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से अधिक से अधिक कोविड केयर सेंटर बनाये जायें. कोरोना संक्रमित मरीजों को रेमडीसिविर इंजेक्शन डाक्टर की सलाह पर ही लगाया जाये.

बैठक में कलेक्टर श्री आर्य ने सभी एसडीएम एवं जनपद पंचायतों के सीईओ को निर्देशित किया कि वे अपने क्षेत्र के ग्रामों एवं शहरों के मोहल्लों को कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या के आधार पर ग्रीन जोन, येलो जोन एवं रेड जोन के रूप में चिन्हित करें. रेड जोन एवं येलो जोन वाले क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाये और कोरोना संक्रमित मरीज के परिजनों को भी आईसोलेट करके रखा जाये. ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूकता के लिए सामाजिक संस्थाओं के साथ ही जन अभियान परिषद एवं नेहरू युवा केन्द्र का भी सहयोग लिया जाये.


Web Title : WITH YOUR SAFETY, ALSO TAKE RESPONSIBILITY FOR THE TREATMENT OF COVID PATIENTS. DR. MANTRI KAVRE, NON WORKING DR. TO BE DEREGISTERED, UP TO 30 CORONA CURFEW IN THE DISTRICT