बेलवरण में उमड़ती है सैकड़ो श्रद्धालु की भीड़, इस बार असमंजस में हरि मंदिर कमेटी

धनबाद. दुर्गोत्सव में बेलवरण का विशेष महत्व  है. बेलवरण के साथ ही माँ का आह्वाहन किया जाता है. जगत जननी को पूजा पंडाल में विराजने का आह्वाहन पूरे विधि विधान से होता है. षष्ठी को बेल वरण के साथ मां का बोधन, आमंत्रण एवं अधिवास किया जाता है. अहले सुबह पूजा स्थल से ढाक ध्वनि, शंख ध्वनि के साथ नव पत्रिका को लेकर सुहागिन महिलाएं, पुरुष पास के नदी, तालाब पहुँचते है. यहाँ मंगलघट भरने के साथ ही पालकी में कोलबोउ को बिठाकर वापस पूजा स्थल लाकर भगवान गणेश के बगल में बिठाया जाता है. बेलवरण में सैकड़ों लोग शामिल होते है. कोरोना के कारण इस बार बेलवरण कार्यक्रम को लेकर पूजा कमेटी में असमंजस की स्थिति है. सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के मुताबिक भीड़ जुटाने पर रोक है. हरि मन्दिर कमेटी के सचिव पार्थोदास गुप्ता ने बताया कि पूजा के सभी कार्यक्रम सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के आधार पर ही किया जाएगा. बेल वरण को लेकर जो भी निर्देश प्राप्त होंगे उसी आलोक में किया जाएगा. श्रद्धालुओ से भी कमेटी अपील करेगी कि भीड़ नही जुटे.