सेंट्रल अस्पताल में निर्बाध ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए उपायुक्त ने बीसीसीएल सीएमडी को लिखा पत्र

धनबाद. उपायुक्त सह अध्यक्ष, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार, धनबाद श्री उमा शंकर सिंह ने बीसीसीएल के सीएमडी को पत्र लिखकर सेंट्रल अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों के उचित इलाज के लिए निर्बाध ऑक्सीजन आपूर्ति करने का तथा सेंट्रल अस्पताल में उपलब्ध 268 डी टाइप एवं 49 बी टाइप सिलेंडर की वर्तमान स्थिति स्पष्ट करने का निर्देश दिया है.

उपायुक्त ने कहा कि वैश्विक महामारी की दूसरी लहर में कोरोना संक्रमण की रफ्तार में काफी वृद्धि देखी जा रही है. दूसरी लहर में वायरस की मारक क्षमता भी अधिक है. साथ ही आपदा की वर्तमान परिस्थिति में जिला प्रशासन के सामने कोरोना संक्रमित गंभीर मरीजों का बेहतर इलाज करना एक बड़ी चुनौती के रूप में उभरकर सामने आया है.

उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमित गंभीर मरीजों के इलाज में कोई परेशानी ना हो इसके लिए बीसीसीएल के सेंट्रल अस्पताल में 30 आईसीयू एवं 40 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड की व्यवस्था की गई है. ऑक्सीजन सिलेंडर के रिकॉर्ड के अनुसार सेंट्रल अस्पताल में अभी तक 268 डी पाइप जंबो सिलेंडर एवं 49 बी पाइप सिलेंडर विभिन्न माध्यम से उपलब्ध कराया गया है.

वहीं, कंट्रोल रूम से समीक्षा के दौरान यह बात सामने आई है कि सेंट्रल अस्पताल की ओर से ऑक्सीजन सिलेंडर एवं ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड की उपलब्धता से संबंधित ब्योरा समय पर उपलब्ध नहीं कराया जाता है. साथ ही कंट्रोल रूम को लगातार शिकायतें प्राप्त हो रही है कि वहां संक्रमित मरीजों को निर्बाध ऑक्सीजन आपूर्ति उपलब्ध नहीं कराई जा रही है.

जबकि वर्तमान में सेंट्रल अस्पताल के पास 268 डी टाइप जंबो सिलेंडर तथा 49 बी टाइप सिलेंडर उपलब्ध है. परंतु इसकी उपयोगिता से संबंधित कोई सूचना नहीं है. समीक्षा के दौरान यह भी जानकारी मिली है कि संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए 40 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड के लिए टैग ऑक्सीजन सिलेंडर का उपयोग अन्य वार्ड में किया जा रहा है. इससे नन आईसीयू 40 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड में बी टाइप एवं डी टाइप जंबो सिलेंडर की कमी हो गई है.

उपायुक्त ने कहा कि बीसीसीएल के पास पर्याप्त संख्या में डी टाइप जंबो सिलेंडर एवं बी टाइप सिलिंडर पहले से उपलब्ध है. परंतु इसका उपयोग मरीजों के इलाज में नहीं करना कोविड ट्रिटमेंट प्रोटोकॉल का सरासर उल्लंघन है.

इसलिए बीसीसीएल सीएमडी को पत्र लिखकर निर्देश दिया है कि वे अपने स्तर पर वरीय अधिकारियों की समिति गठित करते हुए 24 घंटे के अंदर स्पष्ट प्रतिवेदन उपलब्ध कराएं जिसमें सेंट्रल अस्पताल में उपलब्ध 268 डी टाइप एवं 49 बी टाइप सिलेंडर वर्तमान में कहां-कहां प्रयोग में लाए जा रहे हैं तथा सिलेंडर किस स्थिति में है.