जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार ने वज्रपात से बचने के लिए जारी किए दिशा-निर्देश

धनबाद : उपायुक्त सह जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार के अध्यक्ष ने वज्रपात से बचाव हेतु दिशा निर्देश जारी किए हैं. उपायुक्त ने कहा कि बरसात के मौसम में विशेषकर जुलाई से अक्टूबर माह तक वज्रपात के कारण शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में दुर्घटना से कई लोग अक्सर प्रभावित होते हैं.

उन्होंने कहा कि वज्रपात से बचने के लिए बिजली कड़कने के समय पेड़ के नीचे खड़ा नहीं होना चाहिए. बिजली कड़कने के समय पक्के एवं सुरक्षित मकानों में रहना चाहिए. तालाब, नदी के बाहर निकल कर सुरक्षित स्थानों पर आश्रय प्राप्त करना चाहिए.

बिजली कड़कने के समय किसानों को खेत से बाहर आकर पक्के मकानों में सुरक्षित रहना चाहिए. यदि किसान किसी खुले स्थान पर हो तो वैसी स्थिति में जमीन पर एड़ी को सटाकर सर नीचे कर बैठ जाना चाहिए तथा आंखों एवं कान को बंद रखना चाहिए. साथ ही मवेशी को भी सुरक्षित स्थान पर रखना चाहिए.  

उपायुक्त ने सभी विद्यालय प्रबंधकों एवं प्राचार्यों को विद्यालय के विद्यार्थियों को उक्त सुरक्षात्मक उपाय से अवगत कराने का निर्देश दिया है. उपायुक्त ने कहा कि वज्रपात एक ऐसी प्राकृतिक आपदा है जो सुरक्षात्मक उपायों के प्रभावी अनुपालन से संभावित दुर्घटनाओं को कम किया जा सकता है.