विनोद झा हत्याकांड मामले में पुलिस ने दो को किया गिरफ्तार अन्य की तलाश जारी, एक देसी पिस्टल दो, देसी कट्टा 14 जिंदा कारतूस बरामद

चिरकुंडा (बंटी झा) : तीन दिन बाद ही पुलिस बिनोद झा हत्या मामले के दो अपराधियो को धर दबोच लिया है.  

शनिवार की देर शाम चिरकुंडा थाना परिसर में प्रेस वार्ता कर निरसा एसडीपीओ विजय कुमार कुशवाहा ने बताया की हाउसिंग कॉलोनी में विनोद झा नामक व्यक्ति को हत्या मामले में दो अपराधी निखिल पासवान और शेखर रवानी को गिरफ्तार कर लिया गया है. इनके पास से एक देसी पिस्टल, दो देसी कट्टा, 14 जिंदा कारतूस, दो मोबाइल सेट, घटना में प्रयुक्त टीवीएस विक्टर बाइक, घटना में प्रयुक्त सामान जब की गई है.

फिलहाल हत्या के पूरे मास्टरमाइंड मिंटू कश्यप फरार चल रही है. पुलिस जगह-जगह छापेमारी कर कर रही है जल्दी मिंटू कश्यप पुलिस के गिरफ्त में होगी.


आपको बतादे की निखिल पासवान उम्र 18 वर्ष पंचेत डैम साइड निवासी व शेखर रवानी सोनार ढंगाल चिरकुंडा थाना निवासी ने आरोप को स्वीकार करते हुए पुलिस को बताया कि दोनों मिंटू कश्यप, रीता देवी एवं उनके पुत्र अभिषेक सिंह के लिए काम करते थे. इन लोगों के द्वारा जिससे पैसा वसूलने कहा जाता था. उससे पैसा वसूलते थे. विनोद झा तथा अन्य कई पुराने लोग पहले काम करते थे. जो अभी काम छोड़ दिए थे. मिंटू कश्यप रीता देवी एवं अभिषेक सिंह जान मारने का भय दिखा कर फिरौती का भी काम करना चाहते थे. जिसमें विनोद झा बाधक था इसलिए तीनों ने विनोद झा को मारने की योजना बनाई जिसके लिए बाहर से तीन शूटर मंगाया गया. जिसमें दो को  पश्चिम बंगाल के बराकर स्थित ओरिएंटल लॉज में तथा एक को कुमारधुबी स्टेशन रोड पूजा लॉज में ठहराया था. हम दोनों शूटरों को सारा सुविधा पहुंचाते थे घटना के दिन प्रयुक्त हथियार  रीता देवी से लेकर हम दोनों ने ही शूटर को दिया था.

 ज्ञात हो कि चिरकुंडा तालडंगा हाउसिंग कॉलोनी दुर्गा मंदिर के समीप बुधवार 24 फरवरी को विनोद झा नामक व्यक्ति को दिन के दोपहर में अपराधियों ने हत्या कर दी थी. विनोद झा के ऊपर दिनदहाड़े दो गोली दाग दी थी. उस वक्त लोगों के साथ बैठकर ताश के पत्ते खेल रहे थे. गोली चलते हैं आसपास के लोग में भगदड़ मच गई और अपराधी आराम से गोली मार कर भाग निकले. लेकिन शायद अपराधियों को पता नहीं कि कानून के हाथ लंबे होते हैं. हर जुल्म करने वाले अपराधी कोई ना कोई सबूत छोड़ जाते हैं. जो वह सबूत उनके लिए काल बन जाती है और पुलिस उनके गर्दन तक अपनी हाथ पहुंचा देती है.

 वही घटने के बाद वरीय पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर निरसा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी विजय कुमार कुशवाहा के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई. जिसमें टीम के सदस्य चिरकुंडा थाना प्रभारी दिलीप कुमार यादव, एसआई सालों हेंब्रम, एसआई आनंद कुमार रवि, एसआई धर्मेंद्र कुमार सिंह, एइसआई विनोद कुमार सिंह, एएसआई रामगुलाम महतो, व प्रकाश कुमार सिंह रहे.

और घटना के 72 घंटो के बाद पुलिस दो को गिरफ्तार कर ली है. और जल्द ही पुलिस मामले का खुलासा करने के नजदीक में है.