गहमागहमी और हंगामे के बीच हुए चुनाव में झरिया मारवाड़ी सम्मेलन ट्रस्ट के पुन: अध्यक्ष बने डॉ. ओपी अग्रवाल

झरिया: झरिया के मारवाड़ी सम्मेलन ट्रस्ट के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव गुरुवार को अग्रसेन भवन में हुआ. सुबह से ही कार्यकर्ताओं मे गहमागहमी का माहौल बना रहा. चुनाव सुबह नौै बजे से शाम पांच बजे तक चला. इसका परिणाम लगभग शाम सात बचे आया. कुल 1442 वोट लोगों ने दिया. इसमें डॉ. ओपी अग्रवाल कुल 686 वोट पाकर विजेता हुए. वहीं, सुनील सावरिया ने 401 व रतन अग्रवाल ने 332 वोट हासिल किए. 23 वोटों को अमान्य करार दिया गया.

चिलचिलाती धूप पर भारी पड़ा चुनाव का जोश:

सुबह से लोग गर्मी के मौसम में अपने अपने उम्मीदवार के पक्ष में मतदान के लिए आते रहे और अपना बहुमूल्य वोट देते रहे. कार्यकर्त्ता भी पूरी ईमानदारी से डटे रहे. जैसे-जैसे समय पास आता गया, वैसे-वैसे उम्मीदवारों की धड़कन बढ़ती गई.  

हंगामों ने डाला खलल

मतदान के दौरान कई बार हो-हंगामा भी हुआ, जिसे, झरिया पुलिस ने शांत करवाा. वोट को लेकर लोगों में भी जागरुकता देखी गई. जीत के बाद कार्यकर्ताओं ने अध्यक्ष ओपी अग्रवाल को गोद में उठा कर घुमाया.

कार्यकर्ताओं में छाई खुशी की लहर:

झरिया मारवाड़ी सम्मेलन ट्रस्ट का अध्यक्ष एकबार फिर से डॉ. ओपी अग्रवाल के बनने से कार्यकर्ताओं की खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा. एक-दूसरे को गुलाल लगाकर सबने आपस में बधाइयां बांटी.

चुनाव के दौरान समर्थकों में हुई मारपीट:

चुनाव के समय करीब चार बजे डॉ. ओपी अग्रवाल व सुनील सांवरिया के समर्थक आपस में भिड़ गए. भिडंत के बाद जम कर मारपीट और हो हंगामा होने लगा. इसके बाद झरिया पुलिस ने मौके पर पहुंच मामले को शांत कराया. डॉ. ओपी अग्रवाल के समर्थक दिनेश शर्मा ने बताया कि सुनील सावरियां के समर्थक अवैध रुप से वोट दे रहे थे. जब इसका विरोध किया, तो गाली गलौज किया गया, मना किया तो मारपीट कर चोटिल कर दिया. इसी दौरान अन्य समर्थक वहां पहुंच गए, जिसके बाद माहौल बिगड़ गया. दोनों ओर के समर्थक आपस में भिड़ गए, जिसे शांत कराने में लगभग एक घंटा लग गया.  

पाला बदलने में न लगी देर 

चुनाव प्रचार के दौरान दूसरे प्रत्याशी के लिए एडी-चोटी का जोर लगाने वाले कुछ लोग परिणाम आते ही डॉ. अग्रवाल से अपनी अभिन्नता दिखाने लगे. ये ऐसे लोग थे, जो रिजल्ट आने से एक क्षण पहले तक दूसरे उम्मीदवारों के परम समर्थक थे. ऐसे गिरगिट की तरह रंग बदलने वाले लोगों की चर्चा होती रही.  

मंदिर में टेका मत्था, बधाइयों का लगा तांता

डॉ. अग्रवाल ने चुनाव जीतने के बाद मंदिरों में जाकर ईश्वर का आशीर्वाद लिया. वहीं, उन्हें बधाई देने का सिलसिला देर रात कर जारी रहा.