धनबाद. यातायात पुलिस और सड़क सुरक्षा (पीआईयू) के द्वारा संयुक्त रूप से हीरक रोड पिकनिक स्पॉट बिरसा मुंडा पार्क के पास अभियान चलाकर तेज गति से दौड़ती वाहनों की चेकिंग लगाई गई. इस दौरान इंटरसेफ्टर व्हीकल के जरिये गति सीमा से ऊपर दौड़ रही 12 वाहनों का चालान काटा गया. जुर्माना वसूलने के साथ ही चालको को कड़ी हिदायत भी दी गई. इस अभियान में इंटरसेप्टर व्हीकल ने 32 वाहनों की स्पीड रिकॉर्ड की थी. यातायात प्रभारी इंस्पेक्टर राजेश्वर वर्मा, ट्रैफिक डीएसपी दिनेश कुमार गुप्ता ने अभियान का नेतृत्व किया. सड़क सुरक्षा (पीआईयू) प्रबंधक प्रदीप कुमार ने कहा कि अगर बढ़ती हुई सड़क दुर्घटनाओं को रोकना है तो सभी को रफ्तार पर काबू पाना होगा. सड़क सुरक्षा (पीआईयू) अधिकारी पुष्कर कुमार के अनुसार सड़क सुरक्षा - यातायात नियमों का स्वानुशासित होकर अनुपालन करने से ही हमारा जिला सड़क दुर्घटना मुक्त जिला बन सकता है. इंटरसेप्टर व्हीकल के मदद से ओवरस्पीड वाहनों के विरुद्ध चलाए जा रहे इस अभियान से निश्चित रूप से रफ्तार के कारण जिले में हो रही सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी. शहर के हर मोड़, हरेक सडकों पर गति के अलग अलग मानक तय किये गए है. किसी सड़क पर 20 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ़्तार तय की गई है तो किसी सड़क पर 40 किलोमीटर की रफ्तार. चालकों को अब सड़क बदलने के साथ साथ गियर बदलने की भी आदत डालनी होगी वरना सड़कों पर जुर्माना वसूलने के लिए पुलिस का इंटरसेप्टर व्हीकल तैयार है. शहर में बीते दिनों में रफ्तार ने कई ज़िन्दगी को छीन लिया है. हीरक रोड बीते दिनों में रफ़्तार के कारण हो चुकी कई दर्दनाक सड़क दुर्घटनाओं की गवाह है. तेजी - लापरवाही जिले में हो रही दर्दनाक सड़क दुर्घटनाओं का एक मुख्य कारण है. वाहन चालकों को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी. महँगे लक्सरी वाहन चलाना ये इस बात को प्रमाणित नहीं करता की चालक सड़क सुरक्षा - यातायात नियमों को तोड़ने के लिए स्वतंत्र है.