प्यार...लिव-इन फिर बेवफाई, इंसाफ को ब्वॉयफ्रेंड के घर के बाहर धरने पर बैठी युवती

झारखंड के बोकारो स्थित बेरमो में ब्वॉयफ्रेंड की बेवफाई से दुखी उसकी लिव इन पार्टनर उसके घर के बाहर धरने पर बैठ गई. मंगलवार से ही जारी गर्लफ्रेंड का धरना गुरुवार को भी जारी रहा. धरना दे रही युवती का नाम बाहामुनी कुमारी है. उसका कहना है कि लालधारी बास्की के साथ उसका 4 साल का रिलेशनशिप है. पिछले 3 महीने से वह लोग लिव-इन में रह रहे थे. अचानक एक दिन प्रेमी और उसके घरवालों ने उसे दुत्कार दिया. थक-हारकर आखिरकार उसे हक के लिए मजबूरन धरने पर बैठना पड़ा है. यह मामला बोकारो के पेटरवार थानाक्षेत्र अंतर्गत पिछरी दक्षिणी पंचायत का है. गौरतलब है कि बाहामुनी पिछले 72 घंटों से प्रेमी के दरवाजे पर धरना दे रही और और प्रेमी सहित घरवाले फरार हैं.  


  1. पंचायती से भी नहीं सुलझा प्यार का मामला

बताया जाता है कि बाहामुनी और लालधारी बास्की के बीच सुलह कराने के उद्देश्य से पंचायती भी हुई. पंचायत प्रतिनिधियों ने भरसक प्रयास किया कि बाहामुनी को न्याय मिले लेकिन प्रेमी और उसके घरवालों की हठधर्मिता के आगे किसी की नहीं चली. बोकारो के पिपराटांड़ के रहने वाले स्वर्गीय सुरेश हेम्ब्रम की सबसे छोटी बेटी बाहामुनी का खेरहो के पूर्व पीडीएस डीलर स्वर्गीय हेमलाल बास्की के छोटे बेटे लालधारी बास्की के साथ 4 साल से प्रेम-प्रसंग चल रहा है. बाहामुनी ने बताया कि पीडीएस दुकान में अनाज उठाव के लिए आने के दौरान लालधारी से उसका परिचय हुआ. धीरे-धीरे यह परिचय प्यार में बदल गया. बाहामुनी का दावा है कि लालधारी 4 साल तक उसके घर में आकर रात में रूकता था. बाहामुनी ने बताया कि नवंबर 2022 में लालधारी मुझे घर ले आया और मार्च 2023 तक मैं वहीं थी. युवती का आरोप है कि अप्रैल माह के शुरुआत में लालधारी के बड़े भाई और मां ने मुझे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया. घर से निकाल दिया.  

पीड़िता बाहामुनी का कहना है कि इस बीच उसका प्रेमी लालधारी कहीं चला गया और 2 महीने से उससे बातचीत नहीं हो रही है. उसका फोन भी नहीं लगता. युवती का कहना है कि वह न्याय की उम्मीद लेकर पेटरवार थाना भी गई थी. पुलिस ने लालधारी के बड़े भाई को थाने बुलाया और पूछताछ के बाद छोड़ दिया. वह बेरमो महिला थाना भी गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. वहीं, मामले में पेटरवार प्रमुख शारदा देवी और बीजेपी नेता देवी दास ने कहा कि युवती को हर हाल में न्याय मिलेगा. हम प्रयास कर रहे हैं.