नवरात्र के पांचवे दिन माँ स्कन्द की होगी पूजा

या देवी सर्वभू‍तेषु मां स्‍कंदमाता रूपेण संस्थिता. नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:..


रिपोर्ट- बंटी झा

कुमारधुबी :- आज है शारदीय नवरात्रि का पांचवां दिन. आज स्कंदमाता की पूजा की जाती है. स्कंदमाता का अर्थ है स्कंद अर्थात भगवान कार्तिकेय की माता. इन्हें दुर्गा सप्तसती शास्त्र में ´चेतान्सी´ कहकर संबोधित किया गया है. देवी स्कंदमाता विद्वानों और सेवकों को पैदा करने वाली शक्ति हैं. इन्हें वात्सल्य की देवी  भी कहा जाता है.   ऐसी मान्यता है कि मां स्कंदमाता संतान का आशीर्वाद देने वाली हैं. मां कमल आसान पर विराजमान होकर अपनी चार भुजाओं में से एक में भगवान स्कन्द को गोद लिए हैं. दूसरी व चौथी भुजा  में कमल का फूल, तीसरी भुजा से आशीर्वाद दे रही है. इनको इनके पुत्र के नाम से भी पुकारा जाता है.