चुनाव सिर पर परंतु निष्क्रिय दिख रही राष्ट्रीय पार्टियां

सिंदरी : लोकसभा चुनाव की तारीखें और उमीदवारों की घोषणा हो चुकी है, प्रशासन एवं चुनाव आयोग के स्तर पर चुनावी सरगर्मी तेज हो चुकी है; लेकिन सिंदरी क्षेत्र की राष्ट्रीय पार्टियां अभी तक सक्रिय नहीं हो पाई है. सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी नगर इकाई में मानो मुर्दानी छाई हुई है. जन समस्याओं के प्रति यहां के भाजपाइयों का रवैया हमेशा उदासीन रहा है.  

भाजपाई यहां गुटों में बैठे हैं और संध्या के समय अलग-अलग अड्डों पर चाय की चुस्की लेते हुए मात्र राजनीतिक चर्चा कर अपने कर्तव्यों को पूरा मान, अपने अपने घरों में चले जाते हैं. जहाँ एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी जन जुराब और मन की बात करते हैं वही सिंदरी के भाजपाई मनी जुड़ाव और सिर्फ स्वयं की बात करते हैं. इनको जनता उसकी समस्या उसके मन की बात से कोई सरोकार नहीं है, दूसरी तरफ देश की पहली राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस तो मात्र पोस्टर में ही नजर आती है.  

बात चाहे पानी की समस्या की हो, बिजली की हो, साफ सफाई की हो, स्कूल की हो, अस्पताल की हो, किसी भी समस्या पर इन्होंने कोई जन आंदोलन पिछले 5 वर्षों में नहीं किया है. देखना है चुनाव के वक्त जनता के तीखे सवालों पर इन राष्ट्रीय पार्टी के नेता क्या जवाब देते हैं जब वह इनसे इनका ही वोट मांगने जाएंगे.

* भाजपाई नगर कमेटी फूलचंद गुट, इंद्रजीत महतो गुट, पीएन सिंह गुट, धर्मजीत गुट आदि में बँटी हुई है और प्रत्येक गुट एक दूसरे को पटखनी देने के चक्कर में लगी रहती है.

* नए कारखाने में स्थानीय रोजगार, न्यूनतम मजदूरी, प्रदूषण आदि की समस्याओं से मुंह मोड़ कर रखते हैं, किंतु पार्टी का चिन्ह दिखा कर खुद कमाने में लगे हैं.

* कंपनी के अधिकारियों पर धौंस जमाते हैं और काम नहीं देने पर बुरा परिणाम भुगतने की भी धमकी देते हैं.

* भाजपा के पूर्व कालीन कार्यकर्ता हर्ल के सुरक्षाकर्मी के रूप में फिलहाल काम करते हुए नजर आ रहे हैं.